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पोतों को कुएं में फेंककर मार डाला,खुद हाईटेंशन-लाइन से चिपका:शादी में खाना खिलाने के बहाने ले गया था; पिता से बोला-बच्चे सो रहे हैं


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पोतों को कुएं में फेंककर मार डाला,खुद हाईटेंशन-लाइन से चिपका:शादी में खाना खिलाने के बहाने ले गया था; पिता से बोला-बच्चे सो रहे हैं

पोतों को कुएं में फेंककर मार डाला,खुद हाईटेंशन-लाइन से चिपका:शादी में खाना खिलाने के बहाने ले गया था; पिता से बोला-बच्चे सो रहे हैं

झुंझुनूं : झुंझुनूं में दादा ने 2 पोतों को कुएं में फेंक कर मार डाला। इसके बाद खेत में लगे ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ गया और 11KV की बिजली की लाइन को छूकर सुसाइड कर लिया। वह बच्चों की मां से उन्हें शादी में खाना खिलाने के बहाने ले गया था। देर रात तक नहीं लौटा तो परिजन ने तलाश शुरू की। राहगीरों और ग्रामीणों ने ट्रांसफॉर्मर पर दादा का शव लटके देखा तो परिजन को जानकारी दी।

वहीं, खेत के कुएं में बच्चों के शव मिले। मामला धनुरी थाना इलाके के लादूसर गांव का शनिवार देर रात का है। मोबाइल फोन पर आखिरी बार बात हुई तो दादा ने बच्चों के पिता (अपने भांजे) से कहा था कि दोनों सो रहे हैं।

धनुरी SHO रामनारायण चोयल ने बताया- बच्चों के पिता कैलाश (34) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में बताया कि लादूसर गांव निवासी रतिराम (50) मेरा मामा है। उसने मेरे बेटों ऋतिक (8) और राजीव (5) की कुएं में फेंक कर हत्या कर दी। इसके बाद उसने भी सुसाइड कर लिया। पुलिस ने रतिराम और बच्चों के शव बीडीके हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाए हैं। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। पुलिस का कहना है कि रतिराम के इस खौफनाक कदम के पीछे की असली वजह जानने की कोशिश की जा रही है।

बच्चों को खाना खिलाने के बहाने ले गया था

रिपोर्ट में कैलाश ने बताया- मैं नांद गांव का रहने वाला हूं। पिछले 4 साल से मामा रतिराम के पड़ोस में लादूसर गांव में रह रहा हूं। शनिवार शाम मैं किसी काम से बाहर गया था। इसी दौरान मामा रतिराम मेरे घर आया। पत्नी से कहा कि वह बच्चों (ऋतिक और राजीव) को गांव में ही एक शादी में खाना खिलाने ले जा रहा है। कुछ देर में वापस छोड़ जाएगा। वह रात करीब 8 बजे बच्चों को अपने साथ ले गया।

फोन किया तो बोला सीकर में हूं, बच्चे सो रहे हैं

कैलाश ने बताया कि मैं जब घर लौटा तो पत्नी ने मुझे मामा रतिराम के आने और बच्चों को ले जाने की जानकारी दी। जब 11 बजे तक मामा नहीं लौटा तो मैंने उससे संपर्क साधने की कोशिश की। काफी देर तक फोन नहीं उठाया। आधी रात के बाद मामा ने फोन कर कहा कि वह सीकर स्टेशन पर है। बच्चे भी उसके पास ही सो रहे हैं। वह जल्द लौट आएगा। मुझे उसकी बात पर शक हुआ, क्योंकि उसने गांव में ही शादी होने की बात कही थी।

इसके बाद मैं और बड़ा मामा पवन (रतिराम का बड़ा भाई) ढूंढने सीकर स्टेशन पर गए। वहां तीनों के नहीं मिलने पर लौटने लगे। इसी दौरान सुबह 4 बजे ग्रामीणों ने फोन पर बताया कि रतिराम गांव के इंद्राज जांगिड़ के खेत में ट्रांसफॉर्मर पर लटका हुआ है। वहां पहुंचे तो रतिराम खेत में ट्रांसफॉर्मर पर लटका था। वहीं आसपास तलाश की तो दोनों बच्चे कुएं में पड़े मिले।

हत्या की जांच में जुटी पुलिस

पुलिस की अब तक की जानकारी में सामने आया है कि रतिराम ने पहले बच्चों को कुएं में फेंका और फिर खेत से गुजर रही 11KV की बिजली की लाइन से चिपककर अपनी जान दे दी। रतिराम ने यह कदम क्यों उठाया, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। प्रारंभिक जांच में पुलिस पारिवारिक तनाव या आपसी रंजिश की आशंका जता रही है। वहीं, गांव के कुछ लोगों का कहना है कि रतिराम पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान दिखाई दे रहा था। पुलिस इस मामले से जुड़े हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके।

गांव के लोग भी इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि रतिराम ने ऐसा किया है। रतिराम ने जिन मासूम बच्चों को कुएं में डाला, वे अक्सर उसके साथ खेलते-कूदते थे। उस पर विश्वास करते थे। गांव का हर व्यक्ति इस घटना से स्तब्ध है। कैलाश मजदूरी करता है।

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