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गोपी की ढाणी से झोंपड़िया आश्रम कोटड़ी तक महिलाओं ने निकाली ऐतिहासिक कलश यात्रा


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गोपी की ढाणी से झोंपड़िया आश्रम कोटड़ी तक महिलाओं ने निकाली ऐतिहासिक कलश यात्रा

ग्रामीणों ने किया कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत, जेसीबी मशीनों से हुई पुष्प वर्षा, कोटड़ी के झोपड़िया आश्रम में कलश यात्रा के साथ गोपुष्ठी श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ, नेकीराम छावसरी के ऊंट घोड़ी और नृत्य कलाकारों ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जेपी महरानियां

उदयपुरवाटी : कस्बे के निकटवर्ती प्रसिद्ध धार्मिक स्थल झोपड़ियां आश्रम में महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में गोपुष्ठी श्रीमद् भागवत कथा के साथ आठ दिवसीय धार्मिक कार्यक्रमों का शुभारंभ किया गया। इससे पूर्व महिलाओं द्वारा गोपी की ढाणी में अवस्थित शिव मंदिर से डीजे की धुन पर ऐतिहासिक कलश यात्रा निकाली गई।

कोटड़ी के झोपड़िया आश्रम में कलश यात्रा के साथ गोपुष्ठी श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ

कलश यात्रा के साथ-साथ संत महात्माओं की रथ यात्रा भी निकाली गई। हजारों की संख्या में महिलाओं ने कलश यात्रा में भाग लिया। कलश यात्रा का जगह-जगह जेसीबी मशीनों से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। रास्ते में जगह-जगह सेवाभावी लोगों द्वारा कलश यात्रियों के लिए पीने के ठंडे पानी और शरबत की व्यवस्था की गई।

ग्रामीणों ने किया कलश यात्रा का जगह-जगह स्वागत, जेसीबी मशीनों से हुई पुष्प वर्षा

कलश यात्रा में चार डीजे, चार जेसीबी मशीने, ऊंट, घोड़ी, रथ पर सवार संत महात्माओं के इस भव्य नजारे को देखकर हर कोई हतप्रभ रह गया। नेकीराम छावसरी के ऊंट घोड़ी और नृत्य कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की रंगारंग प्रस्तुतियां दी। तत्पश्चात महाआरती के साथ गोपुष्ठी श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ कथा के मुख्य यजमान मोहन लाल यादव दंपति द्वारा पूजा अर्चना के साथ कथावाचक विपुल कृष्ण शास्त्री द्वारा किया गया। जिसमे भागवत महात्मय का प्रसंग सुनाया।

नेकीराम छावसरी के ऊंट घोड़ी और नृत्य कलाकारों ने दी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां

श्रीमद्भागवत पुराण के छः अध्यायों के प्रारंभ में भगवान की महिमा का वर्णन तथा भक्त नारद संवाद आदि का वर्णन किया गया। बीच-बीच में भजनों की ताल पर श्रोता झूम उठे। कथा में कृष्ण भगवान की संजीवित झांकी सजाई गई। कथा प्रतिदिन प्रातः 11 से शाम 4 बजे तक सुनाई जाएगी। सरपंच रामकरण यादव दंपति, धूड़ाराम यादव दंपति, ताराचंद यादव दंपति, जगदीश प्रसाद यादव दंपति, हजारीलाल यादव दंपति, सीताराम यादव दंपति मुख्य कलश के यजमान रहे।

भागवत कथा के मुख्य यजमान मोहनलाल यादव दंपति रहे। आश्रम में 8 मई को ब्रह्मलीन संत जय रामदास महाराज, भक्त दुर्गादास, भक्त तुलसी बाई और राधा कृष्ण भगवान की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। 12 मई को हवन और विशाल भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा।

इस दौरान महंत महामंडलेश्वर बजरंगदास मीठाराम दास आश्रम डोकण, बरखंडी आश्रम किरोड़ी के महंत लक्ष्मण दास महाराज, देवी माता मंदिर कोटड़ी के महंत रामबालक दास त्यागी, कैलाशपुरी धाम के महंत अमर दास, बूरला धाम के महंत अवधेश दास, मोहनदास महाराज, देवादास, महेंद्र कुमार यादव, श्रीराम यादव, रामकरण यादव, जगदीश यादव, सोहन लाल यादव, सुवालाल यादव, फूलचंद सैनी, मुकेश दाधीच, कालूराम स्वामी, मंजीत स्वामी, राजेश स्वामी, सहित काफी संख्या में महिलाओं और पुरुष मौजूद रहे।

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