पूर्व राष्ट्रपति डाॅ जाकिर हुसैन भारत रत्न की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई
पूर्व राष्ट्रपति डाॅ जाकिर हुसैन भारत रत्न की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर जाकिर हुसैन की पुण्यतिथि इंदिरा मेमोरियल पब्लिक स्कूल में मनाई गई। जीसके मुख्य वक्ता समाजसेवी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राॅयल विकलांग विकास संस्थान चूरू अख्तर खान रूकनखानी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ जाकिर हुसैन की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आप स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत के तीसरे राष्ट्रपति एवं प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे ।जिनका कार्यकाल 13 मई1967 से 3 मई 1969 तक था। उनका जन्म हैदराबाद के तेलंगाना के एक पठान परिवार में हुआ था। उन्होंने 30 साल की उम्र में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के स्थापना दल के सदस्य बने। वे भारत के तीसरे राष्ट्रपति एवं प्रमुख शिक्षा शास्त्री थे ।1920 में उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना में अपना योगदान दिया तथा यहां के उप कुलपति बने ।1962 ईस्वी में उन्हें भारत का प्रथम उपराष्ट्रपति बनाया गया। उन्हें वर्ष 1963 में भारत रत्न से सम्मानित भी किया गया। भारत में आधुनिक शिक्षा के सबसे बड़े समर्थक में से एक थे जो बिहार के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवा दी और उसके बाद देश के उपराष्ट्रपति रहे तथा बाद में वह भारत के राष्ट्रपति बने वो एकमात्र ऐसे मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी थे जो राष्ट्रपति पद तक पहुंचने में सफल रहे सन 1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा नहीं कर सके इसी दौरान 1969 में उनका देहांत हो गया । कार्यक्रम के शिक्षा अनुदेशक असलम खान ने कहा कि हमें उनके बताए हुए मार्गों पर चलकर देश में हो रहे भ्रष्टाचार को मिटाने व विधार्थियों को शिक्षा के उच्च स्तर तक ले जाने पर जोर देना चाहिए। प्रधानाध्यापिका सबीना बानो अनुदेशक जान मोहम्मद, शिक्षा अनुदेशिका अल्लादेई, जिया खान, अरूशाह खान रिया खान, हिम्मत, जैनब खान, अल्वी खान ने डॉ जाकिर हुसैन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।