[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

मंदिर से टकराया अनियंत्रित ट्रॉला:बिजली के कई पोल तोड़े; ब्रेकर के साइड से निकालने की कोशिश में हादसा


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
गुढ़ागौड़जीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

मंदिर से टकराया अनियंत्रित ट्रॉला:बिजली के कई पोल तोड़े; ब्रेकर के साइड से निकालने की कोशिश में हादसा

मंदिर से टकराया अनियंत्रित ट्रॉला:बिजली के कई पोल तोड़े; ब्रेकर के साइड से निकालने की कोशिश में हादसा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : भरत सिंह कटारिया

गुढ़ागौड़जी : निकटवर्ती चंवरा में गुढा रोड़ पर शुक्रवार सुबह गुढ़ा गौडजी की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहा ट्रॉले आरजे 14 जीएन 0762 ने श्मशान भूमि पर बने तिबारे को तोड़ते हुए बालाजी मंदिर को टक्कर मारी । वही 11 केवी लाइन का पोल भी टूट गया। चमत्कार यह रहा की बालाजी मंदिर की मूर्ति सुरक्षित बची। ट्रक ड्राइवर को नींद का झटका आते ही हुआ ट्रेलर मंदिर में जा टकराया । गनीमत यह रही कि बड़ा हादसा होते-होते टल गया। हादसे के बाद ड्राइवर घटनास्थल से फरार हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि बालाजी मंदिर के ध्वस्त होने की सूचना क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। शुक्रवार को काफी संख्या में ग्रामीणों ने बालाजी मंदिर पहुंचकर आक्रोश जताया। चंवरा चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। उसके बाद उदयपुरवाटी थानाधिकारी कस्तूर वर्मा मय पुलिस जाब्ते घटना स्थल पहुंचे।

पुलिस की मौजूदगी में ट्रोला मालिक के प्रतिनिधि विक्रम सिंह और ग्रामीणों के बीच समझौता वार्ता हुई जिसमे मंदिर और तिबारे का निर्माण कार्य पुनः करने पर सहमति बनी। मंदिर और तिबारे के निर्माण में लगने वाली समस्त राशि ट्रॉला मालिक और संबंधित कंपनी द्वारा वहन किया जाएगा। अभी तक इस मामले में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।

ओवरलोड ट्रोले ने खोया नियंत्रण, मंदिर से टकराया

ग्रामीण लीलाराम गुर्जर ने बताया कि हादसा सुबह करीब 3 बजे हुआ। एक ओवरलोड ट्रॉला गांव के अंदर से बहुत तेज गति से गुजर रहा था। जैसे ही ट्रॉला स्पीड ब्रेकर के पास पहुंचा, चालक ने लापरवाही दिखाते हुए ब्रेकर के किनारे से निकालने की कोशिश की, जिससे वह अपना नियंत्रण खो बैठा। अनियंत्रित ट्रॉला सीधे सड़क किनारे बने एक मंदिर से जा टकराया, जिससे मंदिर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि सड़क किनारे खड़े कई बिजली के पोल भी टूटकर गिर गए।

धार्मिक स्थल क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों में रोष

मंदिर के इस तरह से टूट जाने से ग्रामीणों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और वे इस घटना पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर यह दुर्घटना दिन के समय हुई होती, जब मंदिर में श्रद्धालुओं की आवाजाही अधिक होती है, तो स्थिति और भी भयावह हो सकती थी।

प्रशासन की लापरवाही पर फूटा गुस्सा

ग्रामीण लीलाराम गुर्जर ने प्रशासन की सुस्ती पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा, “हमने घटना की सूचना तुरंत प्रशासन को दी, लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। यदि प्रशासन हमारी मांगों को अनसुना करता है और क्षतिग्रस्त मंदिर का पुनर्निर्माण नहीं कराता है, तो हम आज शाम से गांव में धरने पर बैठने के लिए मजबूर होंगे।

हाईटेंशन लाइन टूटी, बड़ा हादसा टला

इस दुर्घटना में 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन लाइन का तार भी टूट गया। गनीमत यह रही कि उस समय बिजली की आपूर्ति बंद थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। ग्रामीणों का कहना है कि यदि लाइन में करंट प्रवाहित हो रहा होता, तो यह दुर्घटना जानलेवा साबित हो सकती थी।

ग्रामीणों की प्रमुख मांगें

  • क्षतिग्रस्त मंदिर का तत्काल पुनर्निर्माण कराया जाए।
  • बिजली व्यवस्था को तुरंत ठीक किया जाए और टूटे हुए तारों को जल्द से जल्द बदला जाए।
  • हादसे के लिए जिम्मेदार ट्रोला चालक और वाहन मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।

देखे तशवीरे 

Related Articles