पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का निधन:गणगौर पर पूजा करते वक्त झुलस गई थीं, एक महीने से अहमदाबाद में चल रहा था इलाज
पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का निधन:गणगौर पर पूजा करते वक्त झुलस गई थीं, एक महीने से अहमदाबाद में चल रहा था इलाज

उदयपुर : पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीनियर कांग्रेस लीडर डॉ. गिरिजा व्यास का निधन हो गया। अहमदाबाद स्थित जायडस हॉस्पिटल में गुरुवार शाम करीब 7:15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वे एक महीने पहले गणगौर पूजा के दौरान चुन्नी में आग लगने से झुलस गई थीं। 90 प्रतिशत झुलसने से उनकी हालत बिगड़ गई। उनका अहमदाबाद के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
गिरिजा व्यास के भाई गोपाल शर्मा ने बताया कि पहले उनकी तबीयत में सुधार हो रहा था, लेकिन दो दिन से तबीयत फिर बिगड़ गई थी।राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रवक्ता पंकज कुमार शर्मा ने बताया- डॉ. गिरिजा व्यास का पार्थिव शरीर देर रात तक उदयपुर लेकर आएंगे। शुक्रवार सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके देत्य मगरी आवास पर रखा जाएगा। शाम 4 बजे उदयपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। गिरिजा व्यास के निधन पर कांग्रेस के नेताओं ने शोक जताया है।

महिलाओं के लिए काफी काम
गिरिजा व्यास केंद्र और राज्य में मंत्री रहीं। वे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष भी रहीं। उन्होंने राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रहते हुए महिलाओं के कल्याण को लेकर कई काम किए।
गिरिजा व्यास ने 2018 में आखिरी विधानसभा चुनाव उदयपुर शहर सीट से लड़ा था। उनको बीजेपी के गुलाबचंद कटारिया ने हराया था। गिरिजा व्यास राजनीति में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के भी बहुत नजदीक रहीं।
31 मार्च को घर पर झुलसी थीं
डॉ. गिरिजा व्यास 31 मार्च को उदयपुर के देत्यमगरी स्थित आवास पर गणगौर का पूजन कर रही थीं। दीपक के कारण उनकी चुन्नी में आग लग गई। घर में ही काम करने वाले एक व्यक्ति ने उनको संभाला। उदयपुर में निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया। वहां से उनको अहमदाबाद रेफर किया गया था।

नाथद्वारा में जन्मी थीं गिरिजा
राजसमंद जिले के नाथद्वारा में जन्मी गिरिजा के पिता स्वतंत्रता सेनानी थे। मां शिक्षिका थीं। उन्होंने उदयपुर में आकर उदयपुर यूनिवर्सिटी (वर्तमान में मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी) से स्नातक और स्नातकोत्तर किया था। बाद में दिल्ली यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। उन्होंने उदयपुर के सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के दर्शनशास्त्र विभाग में प्रोफेसर के रूप में भी काम किया था।
तस्वीरों में देखें डॉ. गिरिजा व्यास का राजनीतिक सफर…




