पानी की समस्या को लेकर सड़कों पर उतरी महिलाएं:वार्ड-3 में एक साल से पेयजल संकट; जलदाय विभाग पर लापरवाही के आरोप
पानी की समस्या को लेकर सड़कों पर उतरी महिलाएं:वार्ड-3 में एक साल से पेयजल संकट; जलदाय विभाग पर लापरवाही के आरोप

झुंझुनूं : खुड़ाना पंचायत भवन के पास वार्ड नंबर 3 में लंबे समय से चली आ रही पेयजल समस्या अब असहनीय हो गई है। गुरुवार को सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा और वे पानी की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आईं। महिलाओं ने जलदाय विभाग के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और विभाग पर गंभीर लापरवाही और उपेक्षा के आरोप लगाए। हाथों में खाली बर्तन लिए प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने “पानी दो, पानी दो” के नारे लगाकर अपनी पीड़ा बताई।
एक साल से नहीं आ रहा पानी
महिलाओं ने बताया कि वार्ड में पिछले एक साल से जलदाय विभाग की ओर से पानी की आपूर्ति बिल्कुल बंद है। नलों में एक बूंद पानी भी नहीं आ रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार जलदाय विभाग में शिकायतें दर्ज कराई गईं, लेकिन विभाग की ओर से कोई सुनवाई नहीं हुई। किसी भी अधिकारी ने मौके पर आकर स्थिति का जायजा तक नहीं लिया।
गर्मी में गहराया संकट
ग्रामीण महिलाओं ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है और पानी की अनुपलब्धता ने उनके जीवन को और भी कठिन बना दिया है। गरीब और मजदूर वर्ग के लोग महंगे दामों पर निजी टैंकरों से पानी खरीदने के लिए मजबूर हैं, जो उनके लिए एक बड़ा आर्थिक बोझ साबित हो रहा है।
सरकारी निर्देशों का नहीं दिख रहा असर
राज्य सरकार द्वारा भीषण गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन और जलदाय विभाग को फील्ड वर्क पर विशेष ध्यान देने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि इन निर्देशों का जमीन स्तर पर कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने बताया कि अधिकारियों को बार-बार अवगत कराने के बावजूद समस्या का कोई समाधान नहीं निकला है और न ही जल संकट के स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया गया है।
जेईएन पर शिकायतें नहीं सुनने का आरोप
वार्ड 3 के निवासी रूपेश खुड़ाना ने बताया कि उन्होंने कई बार जलदाय विभाग के जेईएन अनूप ढाका से मुलाकात कर समस्या बताई, लेकिन उन्होंने ग्रामीणों की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया।