शहीद कानाराम का शहादत दिवस मनाया गया, छात्र आंदोलन की यादें हुईं ताज़ा
शहीद कानाराम का शहादत दिवस मनाया गया, छात्र आंदोलन की यादें हुईं ताज़ा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : छात्र संगठन एसएफआई (SFI) नवलगढ़ द्वारा शहीद कानाराम का शहादत दिवस किसान-मजदूर भवन, नवलगढ़ में श्रद्धा व सम्मान के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत तहसील अध्यक्ष कर्मवीर गुर्जर द्वारा शहीद कानाराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देने से हुई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कर्मवीर गुर्जर ने कहा कि 22 अप्रैल 1987 को सीकर में छात्र आंदोलन को दबाने के उद्देश्य से राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने छात्र आंदोलन के केंद्र किसान छात्रावास पर पुलिस द्वारा घेराव कर 200 राउंड गोलियां चलाई थीं। इस गोलीकांड में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र और एसएफआई के कार्यकर्ता कानाराम शहीद हो गए थे। यह दिन छात्र आंदोलन के इतिहास में एक काला अध्याय है, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।
इस मौके पर एसएफआई के कार्यकर्ताओं द्वारा शहीद कानाराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए गए और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम में तहसील महासचिव अरुण मिश्रा, तहसील उपाध्यक्ष रहीश सेवदा, शक्ति यादव, मुजाहिद खत्री, नवीन सहित कई कार्यकर्ता और छात्र मौजूद रहे।
एसएफआई कार्यकर्ताओं ने शहीद कानाराम के बलिदान को याद करते हुए संकल्प लिया कि छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा।