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465वें दिन भी जारी रहा चिड़ावा-सिंघाना मार्ग पर किसानों का धरना, नहर की मांग पर अड़े आंदोलनकारी


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465वें दिन भी जारी रहा चिड़ावा-सिंघाना मार्ग पर किसानों का धरना, नहर की मांग पर अड़े आंदोलनकारी

465वें दिन भी जारी रहा चिड़ावा-सिंघाना मार्ग पर किसानों का धरना, नहर की मांग पर अड़े आंदोलनकारी

चिड़ावा : शेखावाटी को नहर से सिंचाई सुविधा दिलाने की मांग को लेकर चल रहा किसानों का आंदोलन आज 465 वें दिन भी निरंतर जारी रहा। यह धरना किसान सभा के बैनर तले तहसील सचिव ताराचंद तानाण की अध्यक्षता में लालचौक बस स्टैंड पर आयोजित हुआ, जहां आंदोलनकारियों ने क्रमिक अनशन की श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर सरकार से शेखावाटी को नहर से जोड़ने की मांग को मुखर किया। इस क्रमिक अनशन में आज नहर आंदोलन के प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री बैठे, जिन्होंने सरकार की अनदेखी पर रोष प्रकट किया और चेताया कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो शेखावाटी की जनता सड़कों पर उतरकर निर्णायक आंदोलन करेगी।

“शेखावाटी में जीवन दुर्लभ, खेती विरान”- सुरेन्द्र कुमार बलवदा। धरने को सम्बोधित करते हुए सिलारपुरी गांव से पधारे आयुर्वेदिक मेडिकल चिकित्सक सुरेन्द्र कुमार बलवदा ने कहा- “शेखावाटी में जीवन अब दुर्लभ हो गया है। खेती विरान हो चुकी है, शिक्षा की हालत जर्जर है और रहन-सहन का कोई भरोसा नहीं। यहां की लगभग 20 प्रतिशत आबादी पहले ही पलायन कर चुकी है, लेकिन शेष 80 प्रतिशत के पास ना संसाधन हैं, ना रोजगार और ना ही कोई विकल्प।” उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि “यदि नहर की व्यवस्था कर दी जाए तो शेखावाटी अकेला ऐसा क्षेत्र होगा जो देशभर में अनाज की आपूर्ति करने की क्षमता रखता है।” धरना स्थल पर उमड़ी जनभागीदारी, आंदोलन को मिल रहा व्यापक समर्थन। धरने में भाग लेकर आमजन ने भी आंदोलन को समर्थन दिया और सरकार से शीघ्र समाधान की मांग की। आंदोलनकारियों ने स्पष्ट किया कि जब तक शेखावाटी को सिंचाई के लिए नहर का पानी नहीं मिलेगा, आंदोलन इसी तरह जारी रहेगा।

धरने में उपस्थित प्रमुख लोगः रणधीर ओला (यात्रा संयोजक), प्रभुराम सैनी (सक्रिय किसान सदस्य), विजेन्द्र शास्त्री (नहर आंदोलन प्रवक्ता), सुरेन्द्र कुमार बलवदा (आयुर्वेदिक चिकित्सक), अनिता, संगीता, सत्यवीर सिंह, बंटी कुमार, प्रेम देवी, फरस कुमार, जीवणी, महेंद्र सिंह, मुनेश, पंकज, शिवानी, सतपाल चाहर, धर्मवीर चाहर, हनुमान यादव, कोमल, अनुज, जमना, राजेश कुमार, कपिल कुमार, राजु तानाण आदि।

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