शतरंज की जिला कार्यकारिणी में एक तरफ निर्णय लेने पर नो क्लबो ने चुनाव व कार्यसमिति बनाने का किया बहिष्कार
शतरंज की जिला कार्यकारिणी में एक तरफ निर्णय लेने पर नो क्लबो ने चुनाव व कार्यसमिति बनाने का किया बहिष्कार
मंडावा : झुंझुनूं में होने वाली चेस क्लब की मीटिंग का मंडावा चेस क्लब सहित अन्य नो क्लबो ने चुनाव व कार्यसमिति बनाने का बहिष्कार किया । समिती अध्यक्ष बाबूलाल कुमावत ने बताया कि नागौर से आये राजस्थान चेस एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी विनेश शर्मा की मौजूदगी में होने वाली इस चुनावी मीटिंग को एक तरफ़ा होने का आरोप लगाते हुए मंडावा चेस क्लब के अध्यक्ष बाबूलाल कुमावत व संरक्षक केशरदेव टेलर सहित सभी दसों क्लबो के प्रतिनिधियों ने इस मीटिंग का बहिष्कार किया। उलेखनीय है कि झुंझुनूं जिले में चेस के खेल को प्रोत्साहित करने व जन जन में लोकप्रिय बनाने में मंडावा चेस क्लब का योगदान हमेशा सराहनीय रहा है विगत पांच वर्षों से गांव देहात सहित शहरों में बंद कमरों में खेले जाने वाले इस खेल को टूर्नामेंट की शक्ल देकर बड़े बड़े राज्य स्तरीय टूर्नामेंट आयोजित करवाने में मंडावा शतरंज क्लब ने बहुत मेहनत की है और पिछले चार वर्षों से शतरंज की जिला कार्यकारिणी बनाकर इसका रजिस्ट्रेशन करवाने की भी काफी कोशिस की गई । राजस्थान चेस एसोसिएशन को काफी सालों से पत्राचार द्वारा भी अवगत करवाते रहे है। कुमावत ने बताया कि इसका नतीजा था कि राजस्थान चेस एसोसिएशन के जॉइंट सेक्रेटरी मंडावा आये थे लेकिन झुंझुनूं के कुछ रसूख दारो ने अपने प्रभावों ओर अपने रुतबे रसूख का इस्तेमाल करते हुए जॉइंट सेक्रेटरी विनेश शर्मा को झुंझुनूं के अपने ऑफिस कार्यालय में बैठाकर कागजो में ही बनाये कुछ क्लबो के आधार पर अपनी मनमर्जी से जिला कार्यकारिणी का गठन कर लिया।
उलेखनीय है कि जमीनी स्तर पर अपनी प्रतिभा एवं मेहनत से बनाये मंडावा चेस क्लब ने पिछले चार पांच वर्षों में काफी जिला, शेखावाटी व राज्य स्तरीय टूर्नामेंट आयोजित करवाने के साथ साथ काफी ऐसे छोटे छोटे बच्चो को प्रशिक्षित करते हुए पिछले साल पहली बार केवल मंडावा कस्बे से नो खिलाड़ी राज्यसरकार द्वारा आयोजित किये गए टूर्नामेंट में जिले की ओर से भेजे गए थे। जिसनमें अंडर 17 में अपना उत्कृष्ठ खेल दिखाते हुए कस्बे का नाम रोशन किया था। मंडावा कस्बे से तैयार किये गए खिलाड़ी जयपुर,दोसा, चितौड़ आदि शहरों में आयोजित होने वाले टूर्नामेंटों में खेलते रहे हैं इतना सब होने के बावजूद भी कोई रसूखदार अपने रसूख ओर अपने प्रभावों का इस्तेमाल करके कागजो में बनाई अपनी संस्था के नाम से रजिस्ट्रेसन करवाकर इसका अपने व्यापारिक प्रतिष्ठानो में लाभ कमाने के उद्देश्यों में उपयोग करते हैं तो आने वाले युवा खिलाड़ियों में इसका गलत संदेश जाता है एवं इस खेल को धरातल पर प्रशिक्षण देने वाले कोच का व प्रशिक्षकों का मनोबल भी टूटता है। मंडावा चेस क्लब के सचिव ज्ञानप्रकाश गोयनका व क्लब के अन्य पदाधिकारी इस बात की सूचना एक ज्ञापन के रूप में जिला कलेक्टर सहित राजस्थान चेस एसोसिएशन को भेजने व इस कार्यवाही को विस्तार से रखने के लिए अपनी रणनीति बनाएंगे।