भामाशाहों के सहयोग से बारिश के पानी को करेंगे संरक्षित:शहर में बनेंगे 100 रिचार्ज ट्यूबवैल, झुंझुनूं प्रगति संस्थान की पहल
भामाशाहों के सहयोग से बारिश के पानी को करेंगे संरक्षित:शहर में बनेंगे 100 रिचार्ज ट्यूबवैल, झुंझुनूं प्रगति संस्थान की पहल

झुंझुनूं : झुंझुनूं शहर में व्याप्त पानी की समस्या के स्थायी समाधान की दिशा में झुंझुनूं प्रगति संस्थान ने एक बड़ी पहल की है। संस्थान शहर के दानदाताओं (भामाशाहों) के सहयोग से 100 रिचार्ज ट्यूबवैल का निर्माण करवाएगी। बारिश के पानी को भूमिगत जल स्तर में वापस पहुंचाया जा सके और भविष्य के लिए संरक्षित किया जा सकेगा।
इस पहल का स्वागत करते हुए अब तक भामाशाहों से लगभग 11 ट्यूबवैल बनाने की स्वीकृति भी प्राप्त हो चुकी है। इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए अनुभवी विशेषज्ञ अनुपम शर्मा झुंझुनूं पहुंचे। उन्होंने संस्थान के पदाधिकारियों के साथ इस पूरी योजना पर विस्तृत चर्चा की और तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया।
कैच द रेन वॉटर अभियान से प्रभावित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कैच द रेन वॉटर’ आह्वान के पश्चात केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने इस राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने यह भी बताया कि सीआर पाटिल जो सूरत से लोकसभा सांसद हैं, ने प्रवासी भारतीयों के साथ बैठक कर अपनी कर्मभूमि से जन्मभूमि की ओर जल संरक्षण का यह महत्वपूर्ण अभियान प्रारंभ किया है। जिसकी बागडोर झुंझुनूं के ही प्रवासी और फोस्टा के अध्यक्ष कैलाश हाकिम ने संभाली है।
बरसात के जल को वापस जमीन में पहुंचाया जाएगा
अनुपम शर्मा ने रिचार्ज ट्यूबवैल की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इन ट्यूबवैलों को विशेष रूप से इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि इनके माध्यम से बारिश के पानी को कुशलतापूर्वक वापस जमीन में पहुंचाया जा सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य इस बरसात के जल संसाधन को भविष्य के लिए संचित करना है।
लोगों से करेंगे सहयोग की अपील
झुंझुनूं प्रगति संस्थान के अध्यक्ष डॉ. दिलीप मोदी ने पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण अभियान में झुंझुनूं शहर के प्रवासी भामाशाहों से मदद की अपील की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पहले चरण में 100 रिचार्जेबल ट्यूबवैल का निर्माण करवाया जाएगा। यह अभियान पानी की समस्या के समाधान में एक मील का पत्थर साबित होगा और अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा।
इन्होंने दी 11 स्वीकृति
प्रदीप पाटोदिया ने चार, संतोष देवी एवं हुक्मीचंद लांबीवाला ने दो और संस्थान के अध्यक्ष डॉ. दिलीप मोदी ने पांच ट्यूबवैल की स्वीकृति प्रदान की है।
रिचार्ज ट्यूबवैल क्या है
रिचार्ज ट्यूबवैल एक विशेष प्रकार का ट्यूबवैल (बोरवेल) होता है जिसका मुख्य उद्देश्य बारिश के पानी या अन्य सतही जल स्रोतों के पानी को सीधे भूमिगत जल स्तर (एक्विफर) में पहुंचाना होता है। सामान्य ट्यूबवैल का काम भूमिगत पानी को बाहर निकालना होता है, जबकि रिचार्ज ट्यूबवैल इसके विपरीत कार्य करता है। इसे कृत्रिम पुनर्भरण तकनीक का एक हिस्सा माना जाता है।
ट्यूबवैल का निर्माण
सामान्य ट्यूबवैल की तरह ही जमीन में गहराई तक बोरिंग की जाती है ताकि पानी भूजल स्तर तक पहुंच सके। बोरिंग में एक विशेष प्रकार का पाइप डाला जाता है जिसमें जगह-जगह छोटे-छोटे छेद (परफोरेशन) होते हैं। ये छेद पानी को आसपास की मिट्टी और चट्टानों में रिसने देते हैं।