सीएम-डिप्टी सीएम को धमकी देने के मामले में डीएसपी हटाया:9 पुलिसकर्मी सस्पेंड; कॉन्स्टेबल ने पहुंचाया था जेल में मोबाइल-सिम कार्ड
सीएम-डिप्टी सीएम को धमकी देने के मामले में डीएसपी हटाया:9 पुलिसकर्मी सस्पेंड; कॉन्स्टेबल ने पहुंचाया था जेल में मोबाइल-सिम कार्ड

बीकानेर : सीएम भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की मिली धमकी मामले में डीएसपी हटाया गया और 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। सीएम को धमकी मामले में एडीजी रुपिंदर सिंह शुक्रवार शाम को बीकानेर जेल पहुंचे। जांच के बाद उन्होंने उप कारापाल जयसिंह, मुख्य प्रहरी विजय पाल, प्रहरी जगदीश प्रसाद और अनिल मीणा को निलंबित कर दिया। इस मामले में एक अन्य पुलिसकर्मी की भी भूमिका संदिग्ध मिली है। उसी ने मोबाइल और सिम कार्ड आदिल को उपलब्ध कराए थे।
जयपुर सेंट्रल जेल से 27 मार्च को डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा को धमकी भरे कॉल मामले में कारापाल भंवर सिंह, उप कारापाल रमेश चंद, मुख्य प्रहरी विरेंद्र सिंह भाटी, प्रहरी चंद्रपाल और सुरेंद्र सिंह को निलंबित कर मुख्यालय केंद्रीय कारागृह भरतपुर रखा गया है। केंद्रीय कारागृह जयपुर के डीएसपी इंद्र कुमार को यहां से हटाकर जिला कारागृह सीकर भेजा गया है। वहीं सेंट्रल जेल जोधपुर में 23 मार्च को हुई घटना में कारापाल रामचंद्र और मुख्य प्रहरी चैनदान चारण को निलंबित किया गया है।
सीएम को एक बार फिर मिली थी धमकी
सीएम भजनलाल शर्मा को एक बार फिर जान से मारने की धमकी मिली थी। धमकी देने वाला बीकानेर सेंट्रल जेल का बंदी था। उससे मोबाइल बरामद हुआ था। 14 महीने में यह चौथी बार था, जब सीएम को धमकी दी गई थी। आरोपी आदिल ने शुक्रवार सुबह 7:30 बजे बीकानेर पुलिस कंट्रोल रूम को मोबाइल से कॉल किया था। इसमें आरोपी ने सीएम को जान से मारने की बात कही थी। मामले की जांच करते हुए पुलिस बीकानेर जेल पहुंची और सर्च किया था। सुबह 8:40 बजे आदिल को गिरफ्तार कर लिया था। आदिल ने कॉल क्यों किया और उसके पास मोबाइल कैसे पहुंचा? इसकी छानबीन की जा रही है।
हाथ की नसें काट चुका है आरोपी
जांच में पता चला है कि आदिल नशे का आदी है। उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। वह पहले भी हाथों की नसें काट चुका है। सूत्रों के अनुसार, उसे यहां नशा नहीं मिल रहा था। वह बीकानेर से दूसरी जेल में शिफ्ट होना चाहता था। इसी वजह से उसने ये धमकी भरा कॉल किया। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया- जेल पुलिस ने अपने स्तर पर ही सर्च अभियान चलाकर आदिल को गिरफ्तार किया है।
दो बार दौसा जेल से मिली थी धमकी
इससे पहले, 21 फरवरी की रात को सीएम भजनलाल को दौसा जेल से जान से मारने की धमकी मिली थी। पॉक्सो के मामले में जेल में बंद आरोपी ने 12 बजकर 45 मिनट से लेकर 12 बजकर 55 मिनट के बीच 10 मिनट में दो कॉल किए थे। आरोपी ने श्यालवास स्थित सेंट्रल जेल से जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया था।
श्यालवास जेल से 27 जुलाई 2024 को भी जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल कर सीएम को जान से मारने की धमकी दी गई थी। जयपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने जेल में सर्च अभियान चलाकर मोबाइल जब्त किए थे। धमकी देने वाले कैदी के खिलाफ पापड़दा थाने में मामला दर्ज किया था। जेल में सिम पहुंचने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
पिछले साल जयपुर सेंट्रल जेल से किया था फोन
जनवरी 2024 में जयपुर की सेंट्रल जेल में बंद पॉक्सो एक्ट के बंदी ने ही कंट्रोल रूम में कॉल कर सीएम को गोली मारने की धमकी दी थी। इसके बाद कॉल काटकर मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया गया था। पुलिस टीम ने तकनीकी आधार पर जांच शुरू की और धमकी देने वाले आरोपी की पहचान की थी। इस दौरान जेल में बंदियों से मोबाइल भी जब्त किए गए थे।
2 दिन पहले डिप्टी सीएम के लिए भी धमकी भरा कॉल
26 मार्च को डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा को जान से मारने की धमकी मिली थी। बदमाश ने जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल किया था। जिस नंबर से फोन आया, उस मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई। मोबाइल की लोकेशन जयपुर सेंट्रल जेल आई।