शहर की सभी मस्जिदों में शबे – कद्र की रात एवं जुमा-तुल-विदा की नमाज़ अदा की गई
शहर की सभी मस्जिदों में शबे - कद्र की रात एवं जुमा-तुल-विदा की नमाज़ अदा की गई

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर इबादतों रहमतों फजीलतो बरकतो का पाक महिना माह-ए-रमजान में शबे- कद्र की रात एवं आखिरी जुमा अर्थात जमात-तुल-विदा या अलविदा जुमा की नमाज़ मोहल्ले की मस्जिदों में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने रोजा रखते हुए जुम्मे की नमाज अदा की, नमाज़ अदा करके देश में अमन चैन सुकून खुशहाली भाईचारे एवं देश की तरक्की और उन्नति के लिए दुआ की गई।
एडवोकेट सद्दाम हुसैन ने बताया कि इस्लाम धर्म में जुमा यानी (शुक्रवार) का विशेष महत्व है यह जुमा अगर पाक माह-ए-रमजान का हो तो इसका महत्व ओर अधिक बढ़ जाता है माह-ए-रमजान का आखिर जुमा अर्थात जमात-तुल-विदा इसलिए कहा जाता है कि ये माह-ए-रमजान का आखिरी जुमा होता है जमात-तुल-विदा के बाद पाक माह रमजान समाप्ति की ओर होता है ओर इसके साथ ही ईद-उल-फितर की तैयारियां प्रारम्भ हो जाती है।
शबे -कद्र यानी शबे -बारात यह इबादत की महत्वपूर्ण रात होती है उसी रात को कुरान शरीफ नाजिल हुआ। इस रात का इस्लाम धर्म में बहुत ही महत्व है यह रात इबादत के लिए हजारों रात के बराबर बताई गई है।
शहर की सभी मस्जिदे शबे -कद्र पर सजी हुई थी मस्जिद तेलियान, मस्जिद मदीना, मस्जिद निलगरान, मस्जिद मक्का, मस्जिद फातिमा, मस्जिद अल हाशमी, मस्जिद तौकीर, मस्जिद तोहिद, मस्जिद मरकज, मस्जिद तकिया ताजुशाह, मस्जिद नूर, मस्जिद नूरानी, मस्जिद नूर नबी, मस्जिद रेलवे, मस्जिद फैजाने जामिया, शहर की सभी मस्जिदों में शबे-बारात की रात जाग कर इबादत की गई और दिन में जुम्मा तुल विदा अदा किया गया। और देश और दुनिया के लिए अमन चैन शांति भाईचारे की दुआएं की गई।