टीबी की जांच के लिए नहीं जाना होगा दूर:प्रत्येक सीएचसी पर लगेगी ट्रू नॉट और सीबी नॉट मशीनें, मिलेगी डिजिटल एक्स-रे सुविधा
टीबी की जांच के लिए नहीं जाना होगा दूर:प्रत्येक सीएचसी पर लगेगी ट्रू नॉट और सीबी नॉट मशीनें, मिलेगी डिजिटल एक्स-रे सुविधा

झुंझुनूं : जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर अब टीबी की जांच के लिए अत्याधुनिक ट्रू नॉट और सीबी नॉट मशीनें लगाई जाएंगी। इस पहल से मरीजों को न सिर्फ बेहतर और त्वरित जांच सुविधा मिलेगी, बल्कि उन्हें दूर-दराज के अस्पतालों में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
टीबी नियंत्रण में मददगार साबित होंगी मशीनें
स्वास्थ्य विभाग ने जिले की सभी सीएचसी पर ट्रू नॉट और सीबी नॉट मशीनें लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। ये मशीनें टीबी के बैक्टीरिया का सटीकता से पता लगाने में सक्षम हैं, जिससे रोगियों को जल्द से जल्द इलाज मिल सकेगा। इससे टीबी नियंत्रण के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी और शुरुआती चरण में ही बीमारी का पता लगाया जा सकेगा।
वर्तमान में जिले के कुछ अस्पतालों में ये मशीनें पहले से उपलब्ध हैं, लेकिन अब सरकार द्वारा बजट घोषणा के तहत सभी शेष सीएचसी पर इन्हें लगाने का निर्णय लिया गया है।
डिजिटल एक्स-रे से होगा सटीक रोग निदान
टीबी जांच के साथ ही मरीजों को जिले के सभी सीएचसी पर डिजिटल एक्स-रे की सुविधा भी मिलेगी। इस पहल के तहत पुराने एक्स-रे मॉडल को हटाकर आधुनिक डिजिटल एक्स-रे मशीनें लगाई जाएंगी, जिससे मरीजों को त्वरित और अधिक सटीक रिपोर्ट उपलब्ध होगी।
डिजिटल एक्स-रे मशीनें शरीर के अंदर की हड्डियों और नरम ऊतकों की स्पष्ट तस्वीरें उपलब्ध कराएंगी, जिससे डॉक्टरों को बीमारी का पता लगाने में आसानी होगी।
सीएमसीओ डा छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि जिले में कुल 35 सीएचसी हैं, जिनमें से कुछ केंद्रों पर पहले से एक्स-रे मशीनें लगी हुई हैं, लेकिन उनके मॉडल पुराने होने के कारण अपडेटेड मशीनें लगाई जाएंगी। इससे सीएचसी स्तर पर ही मरीजों को बेहतर और तेज जांच सेवाएं मिलेंगी।
पहले से यहां उपलब्ध हैं ट्रू नॉट और सीबी नॉट मशीनें
जिले के कुछ अस्पतालों में पहले ही ट्रू नॉट और सीबी नॉट मशीनें लगाई जा चुकी हैं। वर्तमान में ट्रू नॉट मशीनें झुंझुनूं बीडीके अस्पताल, नवलगढ़ जिला अस्पताल, सीएचसी मुकुंदगढ़, उदयपुरवाटी, मलसीसर, मंडावा और सूरजगढ़ में लगी हुई हैं। वहीं, सीबी नॉट-टीबीसी मशीनें झुंझुनूं, खेतड़ी, चिड़ावा और बुहाना में स्थापित हैं। अब बजट घोषणा के अनुसार शेष सीएचसी पर भी इन मशीनों को लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
कैसे काम करेंगी ये मशीनें
ट्रू नॉट मशीन: यह टीबी बैक्टीरिया की उपस्थिति का पता लगाने के लिए इस्तेमाल की जाती है और तेजी से परिणाम देती है।
सीबी नॉट मशीन: यह भी टीबी की जांच में कारगर होती है और अधिक सटीकता से रिपोर्ट देती है।
डिजिटल एक्स-रे मशीन: शरीर के अंदर की स्पष्ट तस्वीरें लेकर डॉक्टरों को सही निदान में मदद करती है।
मरीजों को क्या होगा फायदा
- टीबी मरीजों को इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
- शुरुआती चरण में ही टीबी का पता लगाया जा सकेगा।
- डिजिटल एक्स-रे से अन्य बीमारियों की भी त्वरित जांच संभव होगी।
- सटीक और तेजी से रिपोर्ट मिलने से इलाज में देरी नहीं होगी।