मंत्री खींवसर के बेटे धनंजय का महिला नेता पर तंज:लिखा- पहले समझो फिर करो गुमान, एक क्षेत्रीय नेत्री को बस यही संदेश; अनुशासन ही संगठन का विशेष आदेश
मंत्री खींवसर के बेटे धनंजय का महिला नेता पर तंज:लिखा- पहले समझो फिर करो गुमान, एक क्षेत्रीय नेत्री को बस यही संदेश; अनुशासन ही संगठन का विशेष आदेश

जयपुर : नागौर बीजेपी की राजनीति में इस समय वार-पलटवार का दौर जारी है। सबसे पहले खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा का सीएम भजनलाल को लिखा शिकायती पत्र सामने आया था। पार्टी उपाध्यक्ष ज्योति मिर्धा ने इस पत्र को लीक करने के पीछे बीजेपी के किसी सदस्य का होना बताया था। अब इस घटना के दो दिन बाद धनंजय खींवसर ने बिना नाम लिए निशाना साधा है।
धनंजय खींवर ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा
‘नव आगमन, नई उड़ान, पहले समझो, फिर करो गुमान।
एक क्षेत्रीय नेत्री को बस यही संदेश, अनुशासन ही संगठन का विशेष आदेश!’
अपने इस पोस्ट में धनंजय खींवसर ने किसी का नाम नहीं लिया। उनका इशारा ज्योति मिर्धा की तरफ बताया जा रहा है। ज्योति मिर्धा ने विधानसभा चुनावों से पहले ही बीजेपी जॉइन की थी। उन्हें नागौर जिले की स्थानीय नेता भी माना जाता हैं। वे नागौर से सांसद रह चुकी हैं। बीजेपी जॉइन करने के बाद उन्होंने विधानसभा और लोकसभा चुनाव भी नागौर से ही लड़ा था।
धनंजय खींवसर ने पोस्ट के साथ एक संदेश भी लिखा
गिराने से पहले सोच लेना गिरा तो मसला बनकर खड़ा हो जाऊंगा.. अभी तो चल रहा हूं अकेला रोकोगे तो काफिला बन जाऊंगा!

दरअसल, खींवसर विधानसभा धनजंय खींवसर का गृह क्षेत्र है। उनके पिता गजेन्द्र सिंह, खींवसर और नागौर से विधायक रह चुके हैं। फिलहाल वो जोधपुर की लोहावट सीट से जीतकर भजनलाल सरकार में चिकित्सा मंत्री हैं। धनजंय आज भी खींवसर विधानसभा में सक्रिय हैं। जानकारों का मानना है कि वे भविष्य में खींवसर से ही अपनी राजनीति करेंगे।
विधानसभा उपचुनाव से पहले खींवसर सीट आएलपी (हनुमान बेनीवाल की पार्टी) के पास थी। लगातार बीजेपी कैंडिडेंट इस सीट से हार रहे थे। लेकिन पिछले साल हुए विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा इस सीट से जीत गए। रेवंतराम डांगा को ज्योति मिर्धा गुट से माना जाता है।
ज्योति ने कहा था-अफसोस है, पार्टी के व्यक्ति ने ही सार्वजनिक किया
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने शुक्रवार को नागौर में अपने आवास पर जनसुनवाई के दौरान कहा था- अफसोस है कि विधायक रेवंतराम डांगा के सीएम को लिखे गए गोपनीय पत्र को भाजपा के ही व्यक्ति ने सार्वजनिक कर दिया। पार्टी पदाधिकारियों ने इस घटनाक्रम पर संज्ञान लिया है। जल्द ही इस पर एक्शन लिया जा सकता है।
हमारी ही पार्टी से लीक हुआ, इसे सीरियसली लिया है
डॉ. ज्योति मिर्धा ने कहा था- एक विधायक मुख्यमंत्री से अपनी बात बंद लिफाफे में पेश करता है। ये उसका अधिकार है। जिसने उस बंद लिफाफे को लीक किया, उसके बारे में सूचना मिल गई है। जिस व्यक्ति ने पत्र लीक किया, अफसोस है कि उसका कनेक्शन भी हमारी पार्टी में ही निकलकर आया है।
दरअसल, खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा ने CM को पत्र लिखकर खींवसर विधानसभा क्षेत्र में सिफारिश के विपरीत सरकारी कर्मचारी लगाने और सिफारिश किए हुए तबादले न करने की शिकायत की थी। हाल ही में ये शिकायती पत्र सोशल मीडिया पर शेयर हो गया था।