खेतड़ी के गोठड़ा में पीएचसी में अव्यवस्थाओं का आलम:1.43 करोड़ की नई बिल्डिंग में टूटी टंकी, खुले बिजली के तार और खराब नल
गोठड़ा नवनिर्मित पीएचसी में खामियों का मिला आलम, ठेकेदार ने टूटी हुई रखी पानी की टंकी, चैनल गेट भी नही लगया नियमानुसार, नलों में नही आ रहा पानी, लेबर रूम के गेट पर काली फिल्म लगा कर की खाना पुर्ति

खेतड़ी नगर : गोठड़ा ग्राम पंचायत के शहीद धर्मपाल सैनी स्मारक स्थल के पास 1.43 करोड़ रूपए की लागत से बना नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खामियों का आलम देखेने को मिला, ठेकेदार ने बगैर नियुमानुसार अस्पताल भवन का निर्माण कर खाना पुर्ति की। जबकी एनआरएचएम के अधिकारियों ने ठेकेदार द्वारा अस्पताल का कार्य सही नही करने के बावजूद एक माह पूर्व अस्पताल का उदघाटन करवा दिया।
अस्पताल प्रभारी पर नवनिर्मित भवन को हैंड़ ओवर करने के लिए दवाब बना रहे है। जानकारी के अनुसार गोठड़ा के नवनिर्मित पीएचसी भवन के मुख्य द्वारा पर लगा हुआ चैनल गेट फर्स से ऊपर होने के कारण आए दिन मरिजों के ठोकर लग रही है, साथ ही अस्पताल के कई नलों में पानी नही आ रहा, पानी की टंकी पर ढक्कर नही होने के कारण पानी में लार्वा पैदा हो गए जिससे बिमारियों के फैलने का डर बना हुआ है साथ ही ठेकेदार ने टूटी हुई पानी की टंकी पर टेप लगा कर पानी का कनैक्शन कर दिया। पुराने नल लगा दिए। बिल्डिंग की छत पर बिजली का तार डाल दिया जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डा. रूपेश सैनी ने बताया कि 22 फरवरी को नवनिर्मित पीएचसी भवन का उदघाटन किया गया था। अस्पताल में ठेकेदार द्वारा कई कमियां छोड़ रखी थी जिसकों लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों व एनआरएचएम के अधिकारियों को सूचित किया लेकिन समस्या का समाधान नही हुआ बल्की एनआरएचएम के अधिकारी व ठेकेदार बिल्डिंग सुपुर्दगी लेने पर दवाब बना रहे है।
उन्होंने बताया कि नियमानुसार चैनल गेट फर्स के अंदर होना चाहिए जिससे मरीजों को आने जाने में कोई समस्या न हो लेकिन ठेकेदार ने चैनल गेट फर्स से ऊपर लगा दिया, लेबर रूम भी नियमानुसार नही लगाया। लेबर रूम के गेट ट्रांसपेरेंट लगा दिया जब ठेकेदार को ट्रांसपेरेंट गेट की जगह दुसरा गेट लगाने की बात कही तो वह काली फिल्म लगा कर खाना पुर्ति कर दी। एग्जॉस्ट फैन के लिए भी जगह नहीं छोड़ी, लेबर रूम में पानी भी सही नही आ रहा साथ ही गिजर लगा दिया लेकिन उसके लिए पानी का कनैक्शन कही नही लगाया। डाक्टर्स रूम, इंजेक्शन कक्ष, माईनर ओटी व टॉयलेट में पानी नही आ रहा साथ ही कई बिजली के बोर्डो में बिजली की सप्लाई नही होने के कारण काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
ये है कमिया :
लैबर रूम में
लैबर रूम का गैट नियमानुसार ग्लास का होता है लेकिन ट्रांसपेरेंट नही होना चाहिए, क्योंकि डिलेवरी के समय अंदर का कुछ भी बाहर नजर नही आना चाहिए लेकिन ठेकेदार ने ग्लास पर काली फिल्म लगा कर खाना पुर्ति कर दी। गिजर लगा कर उसका कनैक्शन करना भुल गया साथ ही एगजेस्ट फेन के लिए कोई जगह नही छोड़ी, नलों में पानी भी नही आ रहा।
चैनल गेट
अस्पताल के मुख्य द्वारा पर लगाया गया चैनल गेट हल्का लगाया है साथ ही ठेकेदार ने चैनल गेट को फर्स से ऊपर लगा दिया जिसके कारण आए दिन हादसे हो रहे है। चैनल गेट फर्स से ऊपर होने के कारण मरीज को स्टैक्चर से अंदर नही ले जा सकते, ठेकेदार ने सिढियों को भी नियमानुसार हही बनाया, एक तरफ सिढियां बनाई गई है उनसे पहले रपटा बना दिया जिससे मरीज फिसल जाते है। रैलिग पाईप के छोटे-छोटे टुकड़ों को बेल्डिंग कर के लगाया दिया जिससे बेल्डिंग टूट जाने से टुकड़े अगल हो गए और स्पॉट नही होने से रैलिंग हिलने लगी।
पानी की टंकी खुली व टूटी हुई लगा दी
अधिकारी व ठेकेदार की मिली भगत से ठेकेदार ने अस्पताल में पानी की सप्लाई के लिए छत पर पांच पानी की टंकी लगाई जिसमें से दो पानी की टंकियों के बगैर ढक्कन के लगा दि एवं एक टूटी हुई टंकी को अंदर व बाहर दोनों तरफ टेप लगा कर कनैक्शन कर दिया। एक पानी की टंकी लिकेज होने के कारण पानी व्यर्थ बह रहा है। बिजली के तार को भी छत पर डाल दिया जबकी बिजली के तार को पोल से बांधना चाहिए।
अस्पताल की छत के पास से 33 केवी के गुजर रहे है बिजली के तार
नवनिर्मित पीएचसी भवन की छत के पास से 33 केवी व 11 हजार बिजली की लाईन गुजर रही है, बिजली की लाईन को हटाएं बगैर भवन में पीएचसी शुरू कर दी जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ठेकेदार ने अस्पताल परिसर में बनी पानी की टंकी के लिए बिजली का कनैक्शन का मुख्य स्वीच खुले में ही लगा दिया, जबकी उसका कनैक्शन भवन के अंदर होना चाहिए। सिवरेज टंकी की पट्टी टूट जाने के बाद ठेकेदार ने टूटी हुई सड़क का सीसी टुकडे को पट्टी की जगह रख कर खाना पुर्ति कर दी।
पुराने नल लगाएं
ठेकेदार ने कई वाशवेसिन में पुराने नल लगा कर खाना पुर्ति की। डाक्टर रूप में ठेकेदार ने वाशवेसिन में पुराने नल लगाए वही पुरूष टॉयलेट को भी निर्धारित प्लान के अनुसार नही बनाया। प्लान के मुताबिक पुरूष टॉयलेट को पक्की दिवार से बनाना था जबकी ठेकेदार ने मात्र छह-सात फिट ऊची एलमुनियम की फ्रेम लगाकर टॉयलेट की खाना पुर्ति कर दी। जिसमें दो युरिनल लगाएं उनमें पानी नही आ रहा साथ ही उनके पाईप की टेप ऊतर जाने से पैशाब फर्स पर गिरता है। उदघाटन को अभी एक माह भी नही हुआ लेब कक्ष का गेट टूट गया।
खुली पानी की टंकी में लार्वा हुए पैदा
एक माह पूर्व गोठड़ा की नवनिर्मित पीएचसी भवन का उदघाटन किया गया, पीएचसी भवन की पानी की टंकी के ढक्कन नही होने के कारण पानी में डैंगु के लार्वा पैदा हो गए जिससे बिमारी फैलने का उर बना हुआ है। ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना होगा।
भवन के चारों तरफ नही बनाई दिवार
ठेकेदार ने अस्तपाल भवन के तीन तरफ तो दिवार बना दी लेकिन भवन के पीछे दिवार व नाली बनाना भुल गया। अस्तपाल के पीछे पहाड़ी होने के कारण बरसात का पानी बह कर अस्पताल की नींव में घुसेगा जिससे भवन की दिवार क्षतिग्रस्त हो सकती है। ठेकेदार ने न तो दिवार बनाई और न ही नाली बनाई जिससे बरसात का पानी नाली के द्वारा बह जाएं।
गोठड़ा पीएचसी में दिखाने आया, अस्तपाल के मुख्य गेट पर लगा हुआ चैनल गेट के ठोकर लग जाने से चोट लग गई। टॉयलेट में भी पानी नही आ रहा था।
योगेश मान, ग्रामीण
क्या कहते है अधिकारी
अस्पताल के मुख्य गेट पर लगाएं गए चैनल गेट को लेकर मैने ठेकेदार को काफी दिन पहले बोल दिया था, कल आकर देखता हुं, पानी के कनैक्शन हो गए, टंकी में पानी नही होने के कारण नलों में पानी नही आ रहा होगा। अगर पानी के पाईप ब्लॉकेज है तो ठेकेदार से सही करवाएं जाएंगे। – सुभाष वर्मा, जेईएन एनआरएचएम
गोठड़ा पीएचसी के भवन में अगर कोई कमि है तो उनकों ठेकेदार द्वारा सही करवाई जाएंगी, इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नही थी, पीएचसी के उदघाटन के समय पर मैं वहा पर नही था इस लिए जानकारी नही है, ठेकेदार द्वारा सभी खामियों को सुधरवाया जाएंगा उसके बाद ही उसका बकाया पैसा दिया जाएंगा। – बाबूलाल, एएक्सएन एनआरएचएम
नवनिर्मित गोठड़ा पीएचसी भवन में काफी खामिया है, ठेकेदार ने लैबर रूम गेट के काली फिल्म लगा कर खाना पुर्ति की है जबकी लैबर रूम में ट्रासपेरेंट गैट नही होना चाहिए, मुख्य द्वार पर चैनल गेट फर्स के बराबर होना चाहिए जबकी वह फर्स से ऊपर लगा दिया जिससे कई मरीजों के चौट भी लगी। कई नलों में पानी नही आ रहा, पानी की टंकी खुली हुई है इसी प्रकार टॉयलेटों में भी पानी नही आ रहा इसी प्रकार भवन में कई कमिया छोड़ रखी है। जबकी ठेकेदार व एनआरएचएम के अधिकारी अस्पताल भवन को सुपुर्दगी लेने के लिए दवाब बना रहे है। – डा. रूपेश सैनी, पीएचसी प्रभारी










