पिलानी में VLSI डिजाइन पर वर्कशॉप आयोजित:60 से ज्यादा विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा, 5 दिवसीय कार्यक्रम संपन्न
पिलानी में VLSI डिजाइन पर वर्कशॉप आयोजित:60 से ज्यादा विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा, 5 दिवसीय कार्यक्रम संपन्न

पिलानी : पिलानी स्थित सीएसआईआर-सीरी में एडवांस्ड VLSI डिजाइन पर पांच दिवसीय उद्यमिता और कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार के MSME मंत्रालय द्वारा प्रायोजित था। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, चिपइन और सेमीकंडक्टर प्रयोगशाला का तकनीकी सहयोग मिला।
कार्यक्रम में आईआईटी-एनआईआईटी समेत देशभर के प्रतिष्ठित संस्थानों से 60 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इनमें स्नातक छात्र, शोधार्थी और पेशेवर शामिल थे। सीएसआईआर-सीरी के पूर्व निदेशक डॉ. चंद्रशेखर ने सी-मॉस डिवाइसेज पर चर्चा की। आईआईटी दिल्ली के पूर्व प्रोफेसर जीएस विश्वेश्वरन ने सी-मॉस वीएलएसआई डिजाइन पर ट्यूटोरियल दिया। वीएलएसआई सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. सत्य गुप्ता ने भारत में चिप डिजाइन के अवसरों पर प्रकाश डाला।
एनएक्सपी सेमी कंडक्टर्स के वरिष्ठ सुरक्षा आर्किटेक्ट अरुण जैन ने हार्डवेयर सुरक्षा पर सत्र लिया। लेफ्टिनेंट कर्नल मानस बाजपेई ने सेना के लिए स्वदेशी चिप्स की जरूरत बताई। कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर जया दोफे ने हार्डवेयर सुरक्षा पर चर्चा की। इंटेल के वरिष्ठ डिजाइन इंजीनियर विजय कुमार और बिट्स-पिलानी के प्रोफेसर नीरज मिश्रा ने भी विशेष व्याख्यान दिए। कैडेन्स, एमएनआईटी, डिजिटल यूनिवर्सिटी केरल और एन्सिस इंडिया के विशेषज्ञों ने भी अपना योगदान दिया।
समापन सीएसआईआर-सीरी के निदेशक, डॉ. पीसी पंचारिया के उद्बोधन के साथ हुआ। उन्होंने VLSI डिज़ाइन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि देश में सेमीकंडक्टर ईकोसिस्टम मजबूत करने के लिए सघन प्रयास ज़रूरी हैं। साथ ही उन्होंने भारत को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस प्रकार की कार्यशालाओं के नियमित आयोजन पर बल दिया।