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रात को ऑपरेशन:अचानक फट गई थी बच्चेदानी की टयूब, दोपहर में व्हीलचेयर पर रीट परीक्षा देने पहुंची महिला


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रात को ऑपरेशन:अचानक फट गई थी बच्चेदानी की टयूब, दोपहर में व्हीलचेयर पर रीट परीक्षा देने पहुंची महिला

रात को ऑपरेशन:अचानक फट गई थी बच्चेदानी की टयूब, दोपहर में व्हीलचेयर पर रीट परीक्षा देने पहुंची महिला

झुंझुनूं : जज्बे और दृढ़ संकल्प की एक अनूठी मिसाल पेश करते हुए, एक महिला ने रात को ऑपरेशन होने के बावजूद दोपहर में रीट परीक्षा दी। आबिदा बानो (30) पत्नी रज्जाक का झुंझुनूं के आस्था अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था।

आबिदा रीट परीक्षा को लेकर लगातार 6 महीने से तैयारी रही थी। ऑपरेशन होने के बाद उन्हें लगा कि वह परीक्षा नहीं दे पाएंगी। लेकिन, उनकी प्रबल इच्छाशक्ति और आस्था अस्पताल की डॉक्टर अर्षा चौधरी के प्रयासों से यह संभव हो पाया।

डॉक्टर की पहल और अनुमति

डॉक्टर अर्षा चौधरी ने एडीएम को पत्र लिखकर आबिदा की स्थिति से अवगत कराया और परीक्षा देने की अनुमति मांगी। एडीएम ने विशेष अनुमति देते हुए आबिदा को परीक्षा देने की स्वीकृति दी।

व्हीलचेयर पर परीक्षा केंद्र पहुंची

आबिदा का परीक्षा केंद्र झुंझुनूं के जय पब्लिक स्कूल में था। वह व्हीलचेयर पर परीक्षा केंद्र पहुंची और दूसरी पारी में परीक्षा दी। आबिदा का यह जज्बा उन सभी अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणादायक है जो विपरीत परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

डॉ. अर्षा चौधरी ने बताया कि आबिदा की अचानक बच्चेदानी की टयूब फट गई थी। बुधवार शाम को परिजन अस्पताल लेकर आए थे। शाम 6 बजे के करीब अस्पताल में भर्ती किया था। डेढ़ घंटे बाद ऑपरेशन कर दिया था। होश में आने के बाद आबिदा ने बताया कि उसका रीट का एग्जाम है और वह पेपर देना चाहती है।

एडीएम से बात कर विशेष अनुमति ली। एक नर्सिंग स्टाफ को सेंटर पर साथ भेजा था। एग्जाम सेंटर पर जाकर दर्द ना हो इसके लिए इंजेक्शन दिया। अभी आबिदा अस्पताल में भर्ती है, इलाज चालू हैं।

आबादी मुकुन्दगढ कस्बे के घोडीवारा की रहने वाली है। पति मोहम्मद रजाक की मुकुन्दगढ में एलुमिनियम की दुकान है। 6 साल लड़का और 3 साल की लडकी की है। आबिदा ने बीए-बीएड किया है। 6 महीने से लगातार रीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी। आबिदा ने व्हीलचेयर पर ही पेपर दिया।

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