हजरत जमालुदीन कमालूदीन शाह दरगाह चिड़ावा के उर्स मुबारक का समापन
तेरे करम ने बुलाया, मैं आ गया बाबा...

चिड़ावा : शहर के पुरानी बस्ती स्थित दरगाह हजरत जमालुदीन-कमालूदीन शाह के सालाना उर्स के दूसरे दिन शनिवार को जायरीनों का तांता लगा रहा। जायरीनों ने दरगाह में मखमली चादर पेश कर अमनों-चैन की दुआ की। उर्स प्रबंधक फरीद इस्माइल खान ने बताया की दिनभर सीता माई की तरफ से लंगर तथा शाम को फातिहाखानी की रस्म हुई। इसा की नमाज के बाद कुल के छींटे लगाए गए। दरगाह में जायरीनों द्वारा मखमली चादर और फूल पेश कर जियारत की गई। दरगाह की कौमी एकता कमेटी ने भी चादर पेश की। शाम को महफिले कव्वाली में ख्यातनाम फनकारों द्वारा कलाम पेश किए। फनकारों ने आज रंग है जमालुद्दीन तेरा रंग है रे…,तेरे करम ने बुलाया, मैं आ गया बाबा…समेत कलाम पेश किए।
इस अवसर पर गद्दीनशिन खादीम मुंशी मोहम्मद खान, अशोक रंगरेज, निजाम चाचा, मोलाना मोहम्मद अली इमाम रिजवी, मौलाना दिलशाद, फरीद खान, सीता माई, वजीर, लियाकत, राजू मनियार, चिराग मनियार, मोलाना कमर, रज्जाक, इमरान ख़ान, साजिद मणियार, आरिफ, लतीफ साबरी, शहजाद, मजीद बाबा, सलीम भाटी, रफीक, बंटी, विक्की, सोकिन खान, महमूद, इब्राहिम, बिलाल, गाजी जमालुद्दीन, हैदर कमालुद्दीन आदि लोग शमील हुए। आस-पास के गावों से काफी तादाद में जायरीनों ने हिस्सा लिया।