सीकर में मरणोपरांत 92 साल के बुजुर्ग का देहदान:परिजनों ने मेडिकल कॉलेज को डोनेट की बॉडी, स्टूडेंट्स करेंगे रिसर्च
सीकर में मरणोपरांत 92 साल के बुजुर्ग का देहदान:परिजनों ने मेडिकल कॉलेज को डोनेट की बॉडी, स्टूडेंट्स करेंगे रिसर्च

सीकर : सीकर जिले के नेछवा इलाके के रहने वाले 92 साल के बुजुर्ग ने मरणोपरांत देहदान किया। बुजुर्ग का गुरुवार देर रात देहांत हो गया था। इसके बाद आज (शुक्रवार) को परिजनों ने मृतक की बॉडी रिसर्च के लिए मेडिकल कॉलेज को डोनेट की।

बीएल मील ने बताया- सुधीर महरिया स्मृति संस्थान की ओर से लगातार देहदान के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसी संकल्प में नेछवा इलाके के गांव घिरनिया बड़ी के रहने वाले चौधरी रुड़ाराम सारण ने 18 अगस्त 2023 को देहदान करने का संकल्प लिया था। गुरुवार देर रात को रुड़ाराम की मौत हो गई, जिसके बाद आज सुबह परिजनों ने एसके मेडिकल कॉलेज में रिसर्च के लिए बॉडी को डोनेट किया। यह सीकर के लिए गर्व की बात है कि लोग देहदान करने के लिए आगे हो रहे हैं। इससे मेडिकल के स्टूडेंट को रिसर्च करने में फायदा होगा।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शिवरतन कोचर ने कहा- मेडिकल स्टूडेंट्स को स्टडी व प्रैक्टिकल के लिए मानव शरीर की जरूरत होती है। इन्हें कैडेवर कहा जाता है। इन कैडेवर्स की नई रिसर्च के लिए भी जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि हमारे शरीर में कई टिश्यू ऐसे होते हैं जिनके बारे में बिना एनाटोमी के समझना काफी कठिन होता है।कैडेवर की मदद से इन्हें पढ़ना व समझना आसान हो जाता है। ये सुखद है कि लोग अब देहदान के लिए आगे आ रहे हैं। सारण की बॉडी पर मेडिकल स्टूडेंट रिसर्च कर सकेंगे।