सीकर में मकानों की संख्या अलग-अलग करने की मांग:घुमंतू समाज के लोग बोले- निर्वाचन आयोग की गलती का खामियाजा भुगत रहे
सीकर में मकानों की संख्या अलग-अलग करने की मांग:घुमंतू समाज के लोग बोले- निर्वाचन आयोग की गलती का खामियाजा भुगत रहे

सीकर : सीकर में रोडवेज बस डिपो के पास कच्ची बस्ती में रहने वाले घुमंतू एवं अर्ध घुमंतु समुदाय के लोगों ने मकानों की संख्या अलग-अलग आवंटित करने की मांग का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा। लोगों का कहना है कि वह सीकर में 100 से भी अधिक सालों से अलग-अलग रह रहे हैं। लेकिन सभी लोगों की वोटर लिस्ट में मकान संख्या एक ही दर्ज है।
ईश्वर बंजारा ने बताया- कच्ची बस्ती में उनके मकान बने हुए हैं। लेकिन वोटर आईडी और लिस्ट में सभी लोगों के मकानों की संख्या एक ही दर्ज है। जिसकी जांच चुनाव आयोग भी जांच कर चुका है। इस समस्या के बारे में कई बार जिला प्रशासन को भी अवगत कराया गया है और वोटर लिस्ट में मकानों की संख्या अलग-अलग करने की मांग की गई है। लेकिन आज तक इसकी और किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उनके पास राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र व बिजली के सभी डाक्यूमेंट्स बने हुए हैं। लेकिन निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों की गलती की वजह से हमारे वोटर कार्ड में मकानों की संख्या एक ही दर्ज की गई है जो अभी तक सही नहीं की गई। ऐसे में उन्हें सरकारी सुविधाएं नहीं मिल रही और वे योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं। जिला प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द लोगों को मकान की संख्या आवंटित की जाए।