सऊदी अरब से 20 साल बाद लौटने वाला था घर:आने से पहले हो गई मौत, अंतिम संस्कार को तरस रहे परिजन, तीन लाख रुपए की जरूरत, भारत सरकार से गुहार लगाई
सऊदी अरब से 20 साल बाद लौटने वाला था घर:आने से पहले हो गई मौत, अंतिम संस्कार को तरस रहे परिजन, तीन लाख रुपए की जरूरत, भारत सरकार से गुहार लगाई

झुंझुनूं : सऊदी अरब से पिता का शव झुंझुनूं लाने के लिए बेटों ने भारत सरकार से गुहार लगाई है। बेटों का कहना है कि उनके पिता करीब 20 साल पहले सऊदी अरब काम करने गए थे। लेकिन बीते दिनों उनकी बीमारी से वहां मौत हो गई। अब उनकी बॉडी को झुंझुनूं के पैतृक गांव लाने में करीब 3 से साढ़े 3 लाख रुपए का खर्चा आएगा, जो फिलहाल उनके पास नहीं है। ऐसे में प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा गया है, जिससे पिता का शव स्वदेश लाया जा सके।
दरअसल, जिले के जाखोद पंचायत के बिशनपुरा निवासी राजेन्द्र नायक करीब 2005 में सऊदी अरब कमाने गया था। उसके बाद से आज तक अपने घर नहीं लौटा। परिजनों के अनुसार- राजेंद्र नायक का 25 जनवरी को सऊदी अरब में निधन हो गया था। शव भारत के लिए 3 लाख रूपए खर्च आएगा। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हैं। ऐसे में परिवार शव को भारत लाने में असमर्थ है। करीब 21 दिनों से शव सऊदी अरब के अस्पताल में रखा हुआ है।
बेटा बोला- 20 साल पहले सऊदी अरब गए
बेटे संदीप नायक ने बताया- पिता राजेन्द्र नायक करीब 20 साल पहले सऊदी अरब गए थे और वहीं एक अरबी के घर काम कर रहे थे। वे अक्सर फोन पर परिवार से बात करते थे और हर बार अगली बार आने का वादा करते थे। 2-3 महीने से वे घर खर्च के लिए पैसे भी भेजते थे। लेकिन बीते कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी।
11 जनवरी को हुई थी अंतिम बार बात 11 जनवरी को परिवार ने अंतिम बार वीडियो कॉल पर राजेंद्र को देखा था। उस दौरान उन्होंने स्वस्थ होने के बाद घर लौटने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद उनका फोन बंद हो गया, जिससे परिवार चिंतित हो गया। 18 दिन पहले परिवार को सऊदी अरब से एक रिश्तेदार का फोन आया, जिसने बताया कि राजेंद्र नायक का निधन हो गया है और उनका शव अस्पताल में रखा हुआ है।
शव लाने के लिए परिवार के पास 3 लाख रुपए नहीं
बेटे ने बताया कि राजेंद्र नायक का शव भारत भेजने के लिए करीब तीन लाख रुपए की जरूरत है, लेकिन परिवार आर्थिक रूप से इतना सक्षम नहीं है कि इतनी बड़ी रकम जुटा सके। घर की आर्थिक स्थिति पहले भी खराब थी। इसके कारण ही उनके पिता सऊदी गए थे। लेकिन आज भी वैसी ही स्थिति बनी हुई है।
राजेंद्र नायक के बेटे ने भारत सरकार से मदद की अपील की है, जिससे उनके पिता का शव जल्द से जल्द भारत लाया जा सके और उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव में किया जा सके। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा दो शादीशुदा बेटे है। दोनों मजूदरी करते है। वहीं एक बेटी है।
सरपंच प्रतिनिधि बोले- परिवार की हालत खस्ता, मदद करें
सरपंच पति सुनील कुमार ने बताया कि राजेंद्र नायक का शव पैतृक गांव लाने में तीन से चार लाख रुपए का खर्चा आएगा। परिवार की हालत दयनीय और खस्ता है। ऐसे में भारत सरकार और जनप्रतिनिधियों से अपील की है कि वे आगे आए और राजेंद्र का शव सऊदी अरब से लाने में परिजनों की मदद करें।
इनका कहना है की
पिताजी 20 साल पहले सऊदी अरब गए थे। वहां बीमारी से उनका निधन हो गया। शव लाने के लिए पैसों की जरूरत है। हम चाहते हैं भारत सरकार हमारी मदद करें। – संदीप नायक, मृतक का बेटा
राजेंद्र नायक के परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं है। भारत सरकार और जनप्रतिनिधियों से मदद की अपील की है, जिससे उनके शव को सऊदी अरब से पैतृक गांव लाया जा सके। – सुनील कुमार सरपंच प्रतिनिधि