शबे बराअत में चला रात भर इबादतों का सिलसिला मस्जिदों में रही रौनक
जिन लोगों की फ़र्ज़ नमाज़े कजा हैं वो नफिल नमाज़ की जगह कजा-ए-उमरी अदा करने को तरजीह दें - हाफिज अब्बास
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जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : जिला मुख्यालय पर शबे बराअत की रात को मुस्लिम बहुमूल्य क्षेत्र में मस्जिदों में रौनक रही और इबादतों का दौर चलता रहा मस्जिद अल- हाशमी मैं मदीना मस्जिद के इमाम हाफिज अब्बास ने अपनी तकरीर में कहा अल्लाह पाक से अपने गुनाहों की माफी मांगे !आज की रात अल्लाह ताअला से माफी तलब करें तो दिल से करें ये नहीं कि आज माफी मांग ली कल फिर वही गुनाह करने लग जाएं जैसे शराब जुआं सट्टा और दीगर हराम काम करने लग जाएं और मेरी बहने है जो ग़िब्बत चुगली वगैरा करती है वो सच्ची तोबा करे के आइंदा कभी ये गुनाह नहीं होंगे तोबा करने के बाद अगले दिन वही काम तो फिर तौबा कबूल नहीं होती बल्कि उसने अल्लाह ताअला के साथ मज़ाक किया हुजूर गौस ए आज़म रजियल्लाहु ताअला अन्हू फरमाते हैं कि जिसने तौबा की और फिर गुनाह किया फिर तौबा की फिर गुनाह किया उसने अल्लाह ताअला के साथ मज़ाक किया जैसे आज शबे बराअत में तौबा की फिर गुनाह करने लग जाएं फिर शबे कद्र में तौबा की फिर गुनाह करने लग जाएं फिर शबे मेराज में तौबा की फिर गुनाह करने लग जाएं ऐसा अमल न करें अगर आपने तौबा की है तो सच्चे दिल से करें अल्लाह ताअला की बारगाह में रो कर गिड़गिड़ा कर उससे अपने गुनाहों की माफी मांगे हज़रत उमर रजियल्लाहु ताअला अन्हू फरमाते हैं जिसे ये जानना हो कि मेरी तौबा कबूल हुई या नहीं उसे चाहिए सच्चे दिल से तौबा करे और गुनाह के करीब कभी भी दिल न चाहे तो समझो तुम्हारी तौबा कबूल हुई है अल्लाह पाक हम सबको सच्चे दिल से अपने गुहनाहों की तौबा करने की तोफिक अता फरमाए और कहने सुनने से ज्यादा अमल करने की तोफिक अता फरमाए और हर दुआ के बाद आमीन कहें इसी क्रम में मस्जिद अल हाशमी के पेश इमाम हाफिज कुर्बान ओर मदरसा सैयदना तोकीर उलूम के मौलाना साबिर, मौलाना शहाबुद्दीन, ने अपनी तकरीर में शबे बराअत की अहमियत और आगे माहे रमजान के रोजे रखने के बारे में तकरीर की मास्टर सलीम ने नाते पाक पढ़कर मजमै को सुहाना बनाया रात भर इबादत का दौर चला सुबह फजर के बाद सभी कब्रिस्तान गये अपने रिश्तेदारों की कबरों पर जाकर मगफीरत की दुआएं की ओर कुराने पाक की तिलावत की देश और दुनिया के लिए अमन चैन की दुआएं की गई।