[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

आरोपी अध्यापक को बर्खास्त व गिरफ्तार की मांग पर अड़े, धरना जारी रखने की दी चेतावनी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़मलसीसरराजस्थानराज्य

आरोपी अध्यापक को बर्खास्त व गिरफ्तार की मांग पर अड़े, धरना जारी रखने की दी चेतावनी

छात्रा से अश्लील हरकत के मामले में ग्रामीणों ने फिर जड़ा स्कूल के ताला, धरने पर बैठे

मलसीसर : सरकारी स्कूल में छात्रा से अश्लील हरकत करने के मामले में आरोपी अध्यापक को बर्खास्त व गिरफ्तार करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बीस दिन बाद एक बार फिर स्कूल पर ताला जड़ कर प्रदर्शन किया। ग्रामीण मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा। उपखंड क्षेत्र के झटावा खुर्द की सरकारी स्कूल में छात्रा से अश्लील हरकत का मामला करीब बीस दिन पहले सामने आया था। मामला सामने आने के बाद विभाग ने अध्यापक मनोज कुमार बेनीवाल को निलंबित कर दिया था। लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि आरोपी अध्यापक को बर्खास्त व गिरफ्तार किया जाए। इसी मांग को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार सुबह स्कूल के ताला लगा दिया धरना शुरू कर दिया।

सूचना पर मौके पर पहुंचे मलसीसर तहसीलदार महेश ओला, सीबीईओ राजेंद्र कुमार व थाना अधिकारी सुखदेव सिंह चारण ने समझाइश की। लेकिन ग्रामीणों ने स्कूल का ताला नहीं खोला। इससे पूर्व भी ग्रामीणों ने अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। इसमें ग्रामीणों ने अध्यापक मनोज कुमार बेनीवाल को बर्खास्त करने की मांग की। साथ ही स्कूल के प्रधानाचार्य व उप प्रधानाचार्य का भी स्थानांतरण करने की मांग रखी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

इनका कहना है

आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

-सुखदेव सिंह चारण, थाना अधिकारी

हमें सूचना मिलते ही हमने शिक्षक को निलंबित कर दिया था, उच्च अधिकारियों को जानकारी दे दी थी। अब ग्रामीणों की मांग से भी उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा।

-राजेंद्र प्रसाद, सीबीईओ

आरोपी शिक्षक की राजनीतिक पहुंच होने के कारण प्रशासन की कार्रवाई प्रभावित हो रही है। इसीलिए उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। जबकि घटना को 20 दिन हो चुके हैं।

– जितेंद्र सिंह,ग्रामवासी

आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक धरने पर बैठे रहेंगे। दो दिन में गिरतारी नहीं हुई तो विधानसभा का घेराव करेंगे। शिक्षक की राजनीतिक पहुंच है। इसलिए हमारी सुनवाई नहीं हो रही।

-राजेंद्र नारनौलिया, ग्रामीण

 

Related Articles