सीकर में राज्य कर्मचारियों का धरना-प्रदर्शन:बोले- कर्मचारियों के ओपीएस से छेड़छाड़ हुई तो आंदोलन होगा, सरकार को चेतावनी दी
सीकर में राज्य कर्मचारियों का धरना-प्रदर्शन:बोले- कर्मचारियों के ओपीएस से छेड़छाड़ हुई तो आंदोलन होगा, सरकार को चेतावनी दी

सीकर : अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (सीकर) की ओर से अनेक मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया गया। इसके बाद कर्मचारी धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों को कहना है कि पिछले काफी लंबे समय से उनकी मांगे लंबित है लेकिन सरकार कोई समाधान नहीं कर रही।

महासंघ के जिला अध्यक्ष पोखरमल ने बताया कि पिछले काफी लंबे समय से प्रदेशभर के कर्मचारी पीएफआरडीए अधिनियम को निरस्त कर राज्य कर्मचारियों को 53 हजार करोड़ रुपए जीपीएस खाते में जमा करने की मांग कर रहे हैं। इस पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। कर्मचारियों की मांग है कि उनके ओपीएस के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जाए।
कर्मचारियों ने बताया-आज का यह धरना-प्रदर्शन पूरे प्रदेशभर में कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। हम सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि ओपीएस व पेंशन के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाए। अन्यथा कर्मचारी महासंघ सरकार की ईंट से ईंट बजा देगा। उन्होंने कहा कि अभी तो यह आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है, अगर उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो आंदोलन उग्र हो सकता है।
इन मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
- पूर्व के वेतनमान में उत्पन्न विभिन्न विसंगतियों का निराकरण कर कार्मिकों का न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए निर्धारित किया जाए।।
- जनवरी 2020 से जून 2020 तक के महंगाई भत्ते के एरियर का नगद भुगतान किया जाए।
- सेवाकाल में पांच पदोन्नति के अवसर दिए जाएं एवं समयबद्ध डीपीसी की जाए।
- संविदा एवं आउटसोर्स पर नियुक्तियों को बंद किया जाए।
- वर्कचार्ज कार्मिकों को पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराए जाएं।