नहर की मांग पर 400 दिन से धरना जारी:किसानों ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, खनिज निर्यात और सीमा बंद करने की चेतावनी
नहर की मांग पर 400 दिन से धरना जारी:किसानों ने किया सद्बुद्धि यज्ञ, खनिज निर्यात और सीमा बंद करने की चेतावनी
चिड़ावा : चिड़ावा की सिंघाना रोड स्थित लाल चौक पर नहर की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन 400 दिन से जारी है। मरुसेना के प्रदेशाध्यक्ष जयंत मूंड की अध्यक्षता में किसान सभा के बैनर तले चल रहे इस आंदोलन में आज सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए यज्ञ का आयोजन किया गया।
पंडित जयप्रकाश शर्मा पचेरी के नेतृत्व में संपन्न हुए यज्ञ में शौर्य शर्मा और नैतिक शर्मा ने सहयोग किया। आंदोलनकारी किसानों का कहना है कि शेखावाटी क्षेत्र के साथ सरकार द्वारा दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है। 70 वर्षों से नहर की मांग उठ रही है, लेकिन पीने के पानी के कुएं भी सूख जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। दूसरी ओर, पूर्वी राजस्थान में ईआरसीपी प्रोजेक्ट को तुरंत मंजूरी मिल गई।
किसानों ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए कई कड़े कदम उठाने की योजना बनाई है। इनमें हरियाणा सीमा को बंद करना, क्षेत्र से कंक्रीट, पत्थर, बजरी, तांबा, बालू, सीमेंट का निर्यात रोकना शामिल है। इसके लिए गांव-गांव में कमेटियां बनाई जा रही हैं। किसानों ने 2000 और 2017 के आंदोलनों की तरह एकजुट होकर विरोध करने की बात कही है।
इस दौरान प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री, उपसचिव ताराचंद तानाण, यात्रा संयोजक रणधीर ओला, जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, अलसीसर अध्यक्ष देवकीनंदन बसेरा, लीलाधर सांतडिया, जयप्रकाश शर्मा, नैतिक, शौर्य, राजेंद्र जांगिड़ घरडाना, तत्काल कवि रामकुमार सैनी, कर्णसिंह गोदारा, सुबेदार राजेंद्र गोदारा, विनोद शर्मा, अभिषेक पायल, बनवारीलाल चाहर, राहुल पायल, विकास बलवदा, राजेश चाहर, कपिल कुमार, जयसिंह, महेंद्र, मनोज, नौजवान सभा के सौरभ सैनी और करण कटारिया आदि उपस्थित रहे।