तेरापंथ का 161वां मर्यादा महोत्सव:साध्वी विद्यावती बोलीं- आचार्य भिक्षु ने 254 साल पहले बनाया था धर्म संघ का संविधान
तेरापंथ का 161वां मर्यादा महोत्सव:साध्वी विद्यावती बोलीं- आचार्य भिक्षु ने 254 साल पहले बनाया था धर्म संघ का संविधान
सादुलपुर : सादुलपुर में तेरापंथ धर्म संघ का 161वां मर्यादा महोत्सव सोमवार को महाराणा प्रताप चौक स्थित सेठिया भवन में मनाया गया। इस अवसर पर आचार्य महाश्रमण की वयोवृद्ध शिष्या शासनश्री साध्वी विद्यावती ने कहा कि तेरापंथ का मर्यादा महोत्सव एक अनुपम आध्यात्मिक पर्व है। साध्वी विद्यावती ने बताया कि तेरापंथ के संस्थापक आचार्य भिक्षु ने 254 वर्ष पूर्व धर्म संघ के लिए मर्यादाओं का निर्धारण कर उसे संविधान के रूप में लागू किया था। उन्होंने श्राविका कंवरी देवी बैद के संथारा जीवन के लिए मंगल कामनाएं व्यक्त कीं।
कार्यक्रम में साध्वी सूर्य यशा ने मर्यादा महोत्सव के इतिहास का वर्णन करते हुए बताया कि चौथे आचार्य जयाचार्य जीतमल ने इसे धर्म समारोह के रूप में मनाने की परंपरा प्रारंभ की थी। मुख्य वक्ता युवा साध्वी प्रशस्त प्रभा ने कहा कि स्वतंत्रता आवश्यक है, लेकिन उसकी भी सीमाएं होनी चाहिए, अन्यथा निरंकुशता पैदा हो सकती है।
समारोह में तेरापंथ महिला मंडल की मंत्री ऊषा दूगड़, भिवानी से आईं सुनीता नाहटा, श्याम जैन, कंचन देवी और किरण कोठारी ने भी विचार साझा किए। अभिषेक और प्रमोद सरावगी ने मंगल गीत प्रस्तुत किए, जबकि साध्वियों ने सामूहिक रूप से भिक्षु स्वामी के शासन से जुड़ी गीतिका प्रस्तुत की।