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मंडावा से झुंझुनूं तक निकाली आक्रोश रैली, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन में पुलिस पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप


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मंडावा से झुंझुनूं तक निकाली आक्रोश रैली, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन में पुलिस पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप

पेड़ पर चढ़े पूर्व मंत्री गुढ़ा : पुलिस पर बलात्कार के मामले में कार्रवाई नहीं करने का लगाया आरोप

झुंझुनूं : झुंझुनूं में शुक्रवार को पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के नेतृत्व में मंडावा से जिला कलेक्ट्रेट तक जन आक्रोश रैली निकाली गई। सैकड़ों लोग मंडावा से पैदल चलकर करीब 25 किलोमीटर दूर कलेक्ट्रेट पहुंचे और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। गुढ़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस लाइब्रेरी में बैठे छात्रों से मारपीट के मामले में एकतरफा कार्रवाई कर रही है। नाबालिग बच्ची से रेप के आरोपी को भी मौके से भगा दिया गया। इसी कारण जन आक्रोश रैली निकाली गई।

पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा- मंडावा में मारपीट करने वालों पर हत्या के प्रयास की धाराएं लगाकर जेल में डाल दिया गया। लेकिन बहन बेटियों को परेशान करने वालो पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कहा- भजनलाल सरकार अपने दलालों पर कंट्रोल कर लें, बदमाशी करवाना बंद कर दें, हम राजस्थान को यूपी और झुंझुनूं को संभल नहीं बनने देंगे।

लाठीचार्ज की अफवाह उड़ी तो प्रदर्शनकारियों में अफरा तफरी मच गई। इस बीच पूर्व मंत्री गुढ़ा ने नीम के पेड़ पर चढ़कर प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।
लाठीचार्ज की अफवाह उड़ी तो प्रदर्शनकारियों में अफरा तफरी मच गई। इस बीच पूर्व मंत्री गुढ़ा ने नीम के पेड़ पर चढ़कर प्रदर्शनकारियों को संबोधित किया।

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए पुलिस को अपशब्द भी कहें। कहा- पुलिस वालों वर्दी का दुरुपयोग मत करो, नहीं तो ऐसी की तैसी कर देंगे। शेखावाटी की धरती पर पक्षपात नहीं होता। मासूम के बलात्कारी को क्यों छोड़ दिया। गिरफ्तार क्यों नहीं कर रहे। पूर्व मंत्री ने कहा कि अगर समय रहते बलात्कारियों को गिरफ्तार नहीं किया गया वह आमरण अनशन पर बैठेंगे।

जान दे देंगे, लेकिन दोगला व्यवहार नहीं होने देंगे। मजलूम पर अत्याचार नहीं होने देंगे। अगर समय रहते पुलिस प्रशासन नहीं चेता, तो खाकी वर्दी का कायदा बंद हो जाएगा। वर्दी लेकर हुगाड़ा(बिना कपड़ों के) काढ़ेंगे। जिस बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है, अगर वह पुलिस की बच्ची होती तो क्या वो छोड़ देते?

इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। इसी बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प भी हुई। लाठीचार्ज की अफवाह पर प्रदर्शनकारियों में अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद गुढ़ा नीम के पेड़ पर चढ़ गए। वहीं से प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने लगे।

27 फरवरी को करेंगे जन आक्रोश सभा 

पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि यदि समय रहते निष्पक्ष कार्रवाई नहीं की गई तो आमरण अनशन किया जाएगा। इससे पहले 27 फरवरी को झुंझुनूं में आक्रोश सभा की जाएगी। अभी तो 30 किमी पैदल यात्रा निकाली है, 300 किमी जयपुर विधानसभा तक भी यात्रा निकालेंगे। मंडावा में एक पक्ष के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर पार्षद समेत कई लोगों को जेल में डाल दिया गया। दूसरे पक्ष का मामला भी दर्ज नहीं किया गया। झुंझुनूं में मासूम से दुष्कर्म के आरोपी को पकड़कर छोड़ दिया गया।

गुढ़ा ने कहा कि इस मामले में एसपी से मिलकर मांग कर चुके हैं। 164 के बयान दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी का आश्वासन दिया गया था लेकिन चार दिन बाद भी पोक्सो जैसे मामले में भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है। गुढ़ा ने कहा कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस ने समय रहते कार्रवाई नहीं की तो आमरण अनशन किया जाएगा।

प्रदर्शन के दौरान इब्राहिम पठान, मुंशी सब्जीफरोश, शरीफ राइन, इम्तियाज तगाला, करम इलाही, रणवीर शेखावत, मौलाना अरशद, हारून चायल, सलीम गहलोत, अली हसन बाबूभाई, भीखा भाई, यासीन सब्जीफरोश समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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