पेंशन के फरियादी बुजुर्ग की गिरफ्तारी का मामला
छुट्टी के दिन रात को जमानत ली, बुजुर्ग को ऑटो कर घर भेजा

झुंझुनूं : पेंशन की फरियाद लेकर आए बुजुर्ग को शांतिभंग में गिरफ्तार कर जेल भेजने के मामला चर्चा में आने के बाद प्रशासन ने रविवार की रात ही बुजुर्ग रामावतार डांगी की जमानत लेकर उसे रिहा कर दिया। हालांकि उन्होंने रात को घर जाने से मना कर दिया, इसलिए प्रशासन ने सोमवार सुबह उन्हें ऑटो से उनके गांव बीबासर पहुंचाया।
दरअसल बीबासर निवासी बुजुर्ग रामावतार डांगी (60) को दो महीने से वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल रही। वे पेंशन के लिए 18 जनवरी को यहां सूचना केंद्र सभागार में कलेक्टर व मंत्री से मिलकर फरियाद करने आए थे। इस दौरान वे कलेक्टर से उलझ गए। इस पर पुलिस ने शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया। एसडीएम के समक्ष पेश किया गया। एसडीएम ने उनकी जमानत नामंजूर कर उन्हें जेल भेज दिया था। रामावतार डांगी ने बताया कि रात को उसे जेल में जाकर बताया गया कि आपकी जमानत हो गई।
आप जा सकते हो, लेकिन डांगी ने कहा कि देर रात नहीं जा सकता। तब सोमवार सुबह प्रशासन ने रामावतार डांगी को ऑटो रिक्शा से उसके गांव बीबासर पहुंचाया। एसडीएम हवाई सिंह यादव का कहना है कि रामावतार डांगी की रविवार शाम को ही जमानत मंजूर कर ली गई थी। डांगी ने कहा-मैने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया। मैंने पेंशन मांगी थी। मुझे पकड़ कर जेल भेज दिया। सुबह मुझे जेल से बाहर निकाला और घर छोड़कर गए।