राजस्थान के 9 जिलों की ‘पहचान’ पर भी संकट, भजनलाल सरकार की इस योजना पर फंसा पेंच; ऐसे समझें जनता का दर्द
राजस्थान में नौ जिले और तीन संभाग खत्म कर सियासी सर्जरी करने वाली भजनलाल सरकार की पंच गौरव योजना भी अब उलझ गई है।

सीकर: राजस्थान में नौ जिले और तीन संभाग खत्म कर सियासी सर्जरी करने वाली भजनलाल सरकार की पंच गौरव योजना भी अब उलझ गई है। दरअसल, सरकार ने सभी जिलों की खास पहचान के जरिए अर्थव्यवस्था को बूस्टर डोज दिलाने के लिए पिछले साल ’पंच गौरव योजना’ का नवाचार किया था।
1. हमारी पहचान अब कैसे होगी मजबूत
नीमकाथाना जिले की पंच गौरव योजना में खनिज के तौर पर फेल्सपार, पैदावार के तौर पर आंवला, खेल के लिए कुश्ती व प्रजाति में नीम, पर्यटन में मनसा माता का चयन हुआ था। जिला बरकरार रहता तो इन पांचों पहचानों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार बजट का प्रावधान करती।
2. फिर कैसे बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
गहलोत सरकार ने सवाई माधोपुर से अलग कर गंगापुर सिटी को भी नया जिला बनाया था। यहां पंच गौरव में उत्पाद के तौर पर खीरमोहन, उपज में सरसो, खेल में ताईक्वाण्डो व वनस्पति में शीशम को शामिल किया गया। अब गंगापुर सिटी जिले को रद्द कर वापस सवाईमाधोपुर में मिला दिया गया है।