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‘पोस्ट ऑफिस से रुपया गायब…बेटी की शादी कैसे करूंगा साब?’:पाली के डाकघर में बड़ा फर्जीवाड़ा; पीड़ित बोले- गांव-गांव सब्जी बेचकर जमा की थी रकम


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‘पोस्ट ऑफिस से रुपया गायब…बेटी की शादी कैसे करूंगा साब?’:पाली के डाकघर में बड़ा फर्जीवाड़ा; पीड़ित बोले- गांव-गांव सब्जी बेचकर जमा की थी रकम

'पोस्ट ऑफिस से रुपया गायब...बेटी की शादी कैसे करूंगा साब?':पाली के डाकघर में बड़ा फर्जीवाड़ा; पीड़ित बोले- गांव-गांव सब्जी बेचकर जमा की थी रकम

‘साब हम गांव-गांव जाकर सब्जी बेचते हैं…बच्ची के लिए पाई-पाई जोड़कर डाकघर की बचत योजना में पैसा जमा कराया था…मैरे पैरों तले तब जमीन खिसक गई जब हमें डाकघर आकर पता चला कि 2 लाख 3 हजार रुपए गायब हो गए…डाकघर वाले बोलते हैं कि जांच कराएंगे…बच्ची बड़ी हो गई है…इसकी शादी के लिए पैसे कहां से लाऊं..अब मैं क्या करूं साब…।’

ये दर्द पाली के 70 साल के बुजुर्ग दिनेश का है, जिन्होंने 20 साल गांव-गांव जाकर सब्जी बेचकर पैसा जमा कराया था। दिनेश की तरह ही पाली के एक उप-डाकघर में कई लोगों की जमा पूंजी में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जब लोगों के उनके खाते से पैसा निकलने की जानकारी मिली तो वे डाकघर पहुंचे। किसी ने झाड़ू-पोछा कर पैसे जमा किए थे तो किसी ने दिहाड़ी मजदूरी कर।

इन लोगों के साथ ठगी का गुनहगार कौन है? यह अभी तक सामने नहीं आया है। विभाग का कहना है अभी जांच चल रही है। इस बीच हमारे मीडिया कर्मी ने पीड़ित परिवारों से बात कर जाना कि ठगी हुई कैसे?

हमारे मीडिया कर्मी ने सवाल किया तो आंखें छलक पड़ीं…

दिनेश कुमार अपनी बेटी के साथ मुख्य डाकघर पहुंचे। लिखित में शिकायत दर्जकर अकाउंट से गायब हुई रकम की जांच की मांग की।
दिनेश कुमार अपनी बेटी के साथ मुख्य डाकघर पहुंचे। लिखित में शिकायत दर्जकर अकाउंट से गायब हुई रकम की जांच की मांग की।

पाली में भारतीय डाकघर सेवा अपना विश्वास खोती जा रही है। औद्योगिक क्षेत्र के उप डाकघर में जहां कई ग्राहकों के FDR अकाउंट को लेकर फर्जीवाड़ा सामने आया है, वहीं अब ऐसे ग्राहक भी सामने आए हैं, जिनके डाकघर बचत अकाउंट से मोटी राशि गायब हो गई है।

शुक्रवार को शहर के पुलिस लाइन शिव कॉलोनी में रहने वाले 70 साल के दिनेश कुमार पुत्र भगवानदास अपनी बेटी और पत्नी को लेकर शहर के मुख्य डाकघर पहुंचे और शिकायत दी।

उन्होंने बताया- डाकघर के बचत खाते से 2 लाख 5 हजार रुपए गायब हो गए। बचत खाते से तीन बार में यह रुपया निकाला गया। जबकि मैंने ये पैसे नहीं निकाले। मामले में डाकघर अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि मामले की पूरी जांच होगी। उनका पैसा कहीं नहीं जाएगा। आश्वासन के बाद बुजुर्ग दंपती घर लौटे।

जवान बेटी की शादी के लिए की थी बचत

दिनेश कुमार ने कहा- पत्नी लक्ष्मी देवी और मैं 20 साल से मोहल्ले-मोहल्ले जाकर ठेले पर सब्जियां बेचते हैं। मेहनत कर तीन बच्चों को बड़ा किया। बचत करके पाली शहर के धानमंडी क्षेत्र स्थित उप डाकघर में पैसा जमा कराया। बेटे-बेटी की शादी के लिए बचत करते रहे।

लेकिन हमारे खाते में ही सेंधमारी हो गई। तीन बारे में 2 लाख 5 हजार रुपए विड्रॉ हो गए। जबकि मैंने एक बार भी रकम नहीं निकाली। जवान बेटी वीणा की शादी करनी है। रुपए नहीं मिले तो कैसे बेटी की शादी होगी। इतना कहकर दिनेश कुमार रो पड़े।

दिनेश कुमार की ओर से दी गई लिखित शिकायत।
दिनेश कुमार की ओर से दी गई लिखित शिकायत।

डाककघर अधीक्षक को लिखित में दी शिकायत

शुक्रवार को मुख्य डाकघर पहुंचे दिनेश, लक्ष्मी और वीणा डाकघर अधीक्षक RC मीणा से मिले। परिवार ने लिखित में शिकायत दी। शिकायत में बताया- धानमंडी स्थित उप-डाकघर में मेरा बचत खाता है। जिसका अकाउंट नंबर 190847720 है। इस अकाउंट में पति-पत्नी ने बचत कर 7 लाख 12 हजार 763 रुपए जमा किए।

8 अक्टूबर 2024 को मैंने 2 लाख रुपए निकाले। इसके बाद खाते में 5 लाख 12 हजार 763 रुपए बचे। लेकिन 19 अक्टूबर 2024 को 1 लाख 28 हजार 500 रुपए और 4500 रुपए विड्रॉ कर लिए गए। फिर 21 अक्टूबर 2024 को 70 हजार विड्रॉ किए गए। यह रुपए मैंने नहीं निकाले।

शिकायत सौंपते हुए पीड़ित परिवारों ने मामले में निष्पक्ष जांच कर जमा पूंजी वापस बचत खाते में जमा करवाने की मांग की।

डाकघर की सीढ़ियां उतरते दिनेश कुमार और पत्नी-बेटी।
डाकघर की सीढ़ियां उतरते दिनेश कुमार और पत्नी-बेटी।

डाकघर अधीक्षक बोले- मामले की निष्पक्ष जांच होगी, किसी का भी पैसा नहीं डूबेगा

मामले में डाकघर अधीक्षक RC मीणा ने कहा- पीड़ित की शिकायत पर जांच शुरू की है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि विड्रॉ पर साइन हो रखे हैं। मैसेज भी मोबाइल पर जाता है। पीड़ित का कहना है उसके अकाउंट से तीन बार में 2 लाख 5 हजार रुपए उसने नहीं निकाले। इसकी जांच की जाएगी। जांच के बाद ही पता चलेगा कि पीड़ित के अकाउंट में पैसा किसने और कैसे निकाला। किसी भी निवेशक को घबराने की जरूरत नहीं है।

तीन राष्ट्रीय बचत पत्र रिकॉर्ड में ही नहीं, परिवार के उड़े होश

डाकघर से जुड़ा एक मामला पाली शहर के पुराना हाउसिंग बोर्ड सेंट पॉल स्कूल निवासी मधु देवी जैन (60) पत्नी संपत राज जैन के साथ भी जुड़ा है। मधु देवी ने तीन NSC (राष्ट्रीय बचत पत्र) में पैसा जमा किया था। शुक्रवार को वे डाकघर पहुंचीं तो पता चला कि उनके तीनों अकाउंट रिकॉर्ड में ही नहीं हैं।

मधु देवी ने राष्ट्रीय बचत पत्र में पैसा जमा कराया था।
मधु देवी ने राष्ट्रीय बचत पत्र में पैसा जमा कराया था।

मधु देवी ने कहा- घर पर चोरी न हो जाए इसलिए डाकघर में रुपए जमा करवाए थे। शुक्रवार को बचत पत्रों की जानकारी लेने डाकघर पहुंची तो होश उड़ गए। मेरे पति की मौत 15 साल पहले हो गई थी। परिवार पालने के लिए सब्जी बेची। बचत करके उप डाकघर (औद्योगिक क्षेत्र) में 14 जून 2019 को डेढ़-डेढ़ लाख रुपए की 2 NSC करवाई थी। फिर 75 हजार की एक NSC 2 जुलाई 2019 को करवाई। तीनों एनएससी एक-एक साल के लिए करवाई थी।

मधु देवी की डायरी।
मधु देवी की डायरी।

साल भर बाद रुपए ब्याज सहित लेने पहुंची तो डाकघर में कहा गया कि आपको अच्छा ब्याज मिल रहा है। रुपए जमा रहने दो, घर पर खर्च हो जाएंगे। जमा रहेंगे तो बुढापे में काम आएंगे। इसलिए रुपए नहीं निकाले। अब जब सुना कि डाकघर में रुपयों को लेकर गड़बड़ चल रही है तो मैं तीनों डायरियां लेकर डाकघर पहुंची। जांच करवाई तो सामने आया कि उसकी तीनों डायरियों का कोई रिकॉर्ड डाकघर में नहीं है।

परिवार के साथ मधु देवी।
परिवार के साथ मधु देवी।

85 साल के बुजुर्ग को नहीं मिली FD की राशि, दर्ज कराया मुकदमा

पाली जिले के फालना थाना क्षेत्र के पैरवा गांव निवासी खीम सिंह (85) पुत्र लालसिंह ने खुद का और पत्नी उसब कंवर का जॉइंट अकाउंट खुलवाया था। डाकघर में 5 साल के लिए एक लाख रुपए की एफडी कराई थी। पैरवा गांव के डाकघर ऑफिस में 24 जून 2024 को यह एफडी करवाई थी। उनका खाता संख्या 4434189964 है।

रिपोर्ट में बताया- 20 जून 2024 को अवधि पूरी होने पर मैं रुपए ब्याज सहित लेने गया तो पैरवा डाकघर से जवाई बांध शाखा जाने को कहा गया। वहां गया तो वहां से मुझे फालना शाखा में भेज दिया गया। फालना पहुंचा तो कहा गया कि पाली डाकघर के हेड ऑफिस जाओ।

सभी अधिकारी एक-दूसरे के पास भेजते रहे। लेकिन अभी तक न मूल रकम मिली और न ब्याज।

रिपोर्ट में बताया- पैरवा डाकघर के तत्कालीन डाकपाल मदनलाल व अन्य ने मिलकर अमानत में खयानत कर धोखाधड़ी की है। जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। मेरे हक का पैसा ब्याज सहित दिलवाया जाए।

फालना थाना इंचार्ज विक्रम सिंह ने बताया- 15 नवंबर 2024 को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मामले की जांच की जा रही है।

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