मशहूर फोगाट बहनों जैसी है राजस्थान के झुंझुनूं में एक कहानी, बेटियों को धावक बनाने में जुटे पिता मांगीराम
हरियाणा की मशहूर फोगाट बहनों जैसी है राजस्थान के झुंझुनूं में एक कहानी। कुलोठ खुर्द गांव निवासी मांगीराम खरबाज अपनी बेटियों को धावक बनाने में जुटे हैं।
सूरजगढ़ : हरियाणा के बलाली गांव में महावीर सिंह फोगाट ने अपनी बेटियों को रेसलर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसी तर्ज पर कुलोठ खुर्द गांव निवासी मांगीराम खरबाज अपनी बेटियों को धावक बनाने में जुटे हैं। फोगाट के चार बेटियां थी, बेटा नहीं था और मांगीराम के भी चार बेटियां ही हैं। मांगीराम की दो बेटियां स्टेट व नेशनल लेवल पर पदक जीत चुकी है, तीसरी तैयारी कर रही है।
घर व खेत में बना दिया मैदान
मांगीराम ने बेटियों को अपने खेत में दौड़ लगवाना शुरू किया। खेत में बालू के कारण दौड़ने में परेशानी आई तो गांव के जोहड़ में ट्रैक्टर से ट्रैक बना दिया। तीनों बेटियों ने 10 साल पहले वहां तैयारी की। अब मंजू स्वर्ण जयंती स्टेडियम झुंझुनूं में चल रहे भारत सरकार के खेलो इंडिया सेंटर पर कोच अनिल भाकर व सुरेन्द्र के नेतृत्व में तैयारी कर रही है, पूजा दिल्ली में तैयारी कर रही है।
पूजा : सबसे बड़ी बेटी पूजा ने स्कूल स्तर पर पदक जीता था। इसके बाद वह पांच किमी रेस में जूनियर और सीनियर वर्ग में राजस्थान की चैम्पियन रह चुकी। खिलाड़ी कोटे से उसका चयन सशस्त्र सीमा बल में हो गया। अब वह एसएसबी की तरफ से नेशनल लेवल पर पांच किमी दौड़ में शामिल हो रही है।
पदक जीत किया नाम रोशन
मंजू : तीसरे नंबर की बेटी मंजू 18 व 21 वर्ष आयु वर्ग में स्टेट लेवल पर रजत व कांस्य पदक जीत चुकी है। हाल ही भुवनेश्वर में हुई नेशनल लेवल की प्रतियोगिता में 1500 मीटर दौड़ में कांस्य पदक व तीन किमी की स्टीपल चेस में रजत पदक जीता। जयपुर में हुई राजस्थान क्रोस कंट्री में छह किमी की दौड़ में उसने स्वर्ण पदक जीता है। अब वह खेलो इंडिया नेशनल गेम्स की तैयारी कर रही है।
तैयारी अच्छी चल रही है
मंजू की तैयारी अच्छी चल रही है। उम्मीद है वह नेशनल गेम्स व खेलो इंडिया में पदक जीतकर आएगी।
राजेश ओला, जिला खेल अधिकारी