रात को हाइवे नंबर 52 पर ट्रक के टायर जले, बड़ा हादसा होते होते टला
रात को हाइवे नंबर 52 पर ट्रक के टायर जले, बड़ा हादसा होते होते टला
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान
चूरू : हाइवे नंबर 52 पर रात्रि के समय एक चलते हुए ट्रक के टायर आग लगने से जल गए। एक जने के साहस से बड़ा हादसा टल गया। मिली जानकारी के अनुसार ईंटों से भरा एक ट्रोला चूरू की तरफ आ रहा था। लादडिया और लाखाऊ के मध्य सारिका मिड वे के निकट ट्रोले के टायरों में आग लग गई। चालक उतरकर सारिका मिड वे में गया। वहां से चालक के साथ देबू ढूकिया दौड़कर आए और पुलिस को फोन किया, उसी समय ख्याली की ओर जा रहे लोगों ने 100 नंबर, दूधवा खारा पुलिस थाना में फोन किया परन्तु इनके फोन नहीं लगे। उसके बाद चूरू पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया, वहां से वापस कॉल आया कि दमकल आ रही है। इस दौरान आग बढ़ने लगी, देबू ढूकिया ने साहस का परिचय देते हुए मिट्टी, बाल्टी के पानी और हाइवे टोल टीम के सहयोग से चार टायर जलने के बाद आग को नियंत्रण में लिया। यहां लोहसना छोटा के शक्तेन्द्र सिंह राठौड़, ख्याली के विजेन्द्र सिंह शेखावत, सद्दाम हुसैन, दीपेंद्र सिंह आदि सहित कई अन्य युवाओं ने मिट्टी डालकर आग बुझाने में सहयोग किया। तब तक दूधवाखारा की ओर से पुलिस की जीप भी आ गई परन्तु दमकल नहीं पहुंची थी। हाइवे पर बड़े वाहनों की कतार लग गई। नौ बजे से दस बजे तक काफी अफरातफरी मची रही। लोगों ने आग और धुवां देखकर अपने वाहनों को काफी दूर पहले ही रोक दिया। इस दौरान सबसे पहले एंबुलेंस मौके पर पहुंची। कुल मिलाकर रात को यहां एक बड़ा हादसा तो टल गया, लेकिन कई सवाल खड़े कर गया। उनमें मुख्य सवाल 100 नंबर और थाने का फोन नहीं मिलना, टोल नाका पास ही होने के बावजूद आधा घंटे तक कोई सुध न लेना, दमकल का समय पर नहीं आना और अधिकांश लोगों द्वारा कोई मदद नहीं किया जाना है। कई सवाल पैदा करता है प्रशासन को संज्ञान लेना चाहिए।