डोटासरा बोले- मटरगश्ती के लिए सरकार बनाई थी क्या?:कहा- लोकसभा में उनके 11 मोर बोले थे, विधानसभा सत्र में भाजपा को छठी का दूध याद दिला देंगे
डोटासरा बोले- मटरगश्ती के लिए सरकार बनाई थी क्या?:कहा- लोकसभा में उनके 11 मोर बोले थे, विधानसभा सत्र में भाजपा को छठी का दूध याद दिला देंगे
सीकर : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- सरकारी योजनाएं भाजपा ने बंद कर दी, बेरोजगारी भत्ता नहीं दे रहे। तो क्या सरकार आखिर मटरगश्ती कर रही है। जनता ने मटरगश्ती के लिए सरकार बनाई थी क्या? अनुभवहीन मुख्यमंत्री का खामियाजा हमारा पूरा प्रदेश भुगत रहा है।
डोटासरा ने सीकर स्थित अपने निवास में मीडिया से चर्चा की। इस दौरान डोटासरा ने भाजपा के बार-बार उपचुनाव को लेकर दिए जा रहे बयानों का पलटवार किया। उन्होंने कहा- लोकसभा में उनके 11 मोर बोले थे। पहले भारतीय जनता पार्टी उसका जवाब दे। आपके 11 एमपी हार गए और आपको शर्म नहीं आती। आप उपचुनाव में कांग्रेस की हार की बात करते हो। आप लोकसभा चुनाव की बातें क्यों नहीं करते। तब शाह मोदी 400 पार कर रहे थे न। आरक्षण खत्म कर रहे थे और संविधान चेंज कर रहे थे। पहले बीजेपी उसका जवाब दे।
विधानसभा सत्र में छठी का दूध याद दिला देंगे
डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए कहा- अभी विधानसभा का सत्र आ रहा है उसमें तिल देखो और तिलों की धार देखो। इनको पता चल जाएगा। इनको छठी का दूध याद दिला देंगे। क्योंकि जनता से आपने जो वादे किए उन पर आप खरे नहीं उतर रहे हो। जनविरोधी कार्य कर रहे हो।
डोटासरा ने कहा कि हमारे शासन में सरकारी स्कूलों में नामांकन 98 लाख था जो आज 78 लाख हो चुका है। आप लोग किस भ्रम है, क्यों भ्रमित कर रहे हो। मुख्यमंत्री से न सरकार संभल रही है और ना ही मंत्रियों से विभाग संभल रहे हैं।
बोले- ये नेगेटिव मेंटेलिटी के लोग
डोटासरा ने कहा- यह सभी नेगेटिव मेंटलिटी के लोग हैं। यह कहते हैं कि स्कूल बंद कर देंगे, क्या इनके काकाजी का राज है। जो टॉप की 50 स्कूल है उनमें 1300 से 1000 तक का नामांकन है। फिर भी शिक्षा मंत्री कह रहे हैं कि हिंदी मीडियम स्कूलों पर इंग्लिश मीडियम का बोर्ड टांग दिया। भवन का कोई मीडियम नहीं होता। उस भवन में आप हिंदी मीडियम चला रहे हो या इंग्लिश मीडियम चला रहे हो,उस पर एक भी बच्चे की कोई शिकायत आई क्या।
कल-परसों भाजपा का भी पेपर लीक हो गया
डोटासरा ने कहा कि भाजपा के नेता और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा बड़े दंभ भरते थे कि कांग्रेस सरकार ने पेपरलीक कर दिया। कल-परसों आपका भी पेपरलीक हो गया है। अब कानून मंत्री कह रहे हैं कि यह पेपर लीक नहीं है। यह तो टिपंतरी है। अब यह टिपंतरी हो या चाहे कुछ भी हो।
कोई आदमी अनुचित साधनों का प्रयोग करके मेहनती बच्चों से ऊपर मेरिट लेकर आता है और नौकरी पा जाता है। वह चाहे बंडल में से पेपर निकाले,चाहे वह ऑनलाइन एग्जाम में चीटिंग करें या किसी भी अनुचित संसाधन का उपयोग करके हक मारता है,वही तो पेपर लीक है। अब इनकी डेफिनेशन चेंज हो रही है क्योंकि इनको यही नहीं पता कि सरकार चलानी कैसे हैं और सरकार चलती कैसे है। इनका कोई रचनात्मक और सकारात्मक काम नहीं है।