जयपुर : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अजमेर शरीफ दरगाह में चढ़ाने के लिए भेजी गई चादर को लेकर कांग्रेस अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी पहुंचे। इस अवसर पर चादर को लेकर एक विशेष समारोह आयोजित किया गया, जिसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में चादर को अजमेर शरीफ दरगाह में चढ़ाने के लिए रवाना किया गया।
यह कार्यक्रम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा अजमेर शरीफ की दरगाह में शांति, सद्भावना और सामाजिक एकता के संदेश के रूप में आयोजित किया गया। चादर को लेकर आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी के विभिन्न वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, चूरू सांसद राहुल कस्वा, किशनगढ़ विधायक विकास कुमार, किशनपोल विधायक अमीन कागजी, आदर्श नगर विधायक रफीक खान, धर्मेन्द्र राठौड, वक्फ बोर्ड अध्यक्ष खानू खा बुधवाली, मदरसा बोर्ड चेयरमैन एमडी चौपदार, राम सिंह कस्वां, स्वर्णिम चतुर्वेदी, जशवंत गुर्जर, झुंझुनूं जिला कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष दिनेश सुण्डा, डॉ. आरिफ प्रधान नगर सहित सैकड़ों कांग्रेस जन मौजूद थे।
इस अवसर पर गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस हमेशा धर्म, संस्कृति और समुदायों के बीच सद्भाव बनाए रखने के लिए काम करती रही है। इस चादर को दरगाह में चढ़ाना, एकता, भाईचारे और धार्मिक सहिष्णुता की ओर पार्टी की प्रतिबद्धता को दिखाता है। डोटासरा ने यह भी कहा कि अजमेर शरीफ दरगाह सभी धर्मों के लोगों के लिए एक आस्थास्तल है, और यहां भेजी गई चादर कांग्रेस के इस विचार को आगे बढ़ाने का एक माध्यम है।
इमरान प्रतापगढ़ी ने भी इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यह पहल कांग्रेस पार्टी द्वारा समाज के सभी वर्गों को एक साथ लाने और सामूहिक शांति के महत्व को उजागर करने का एक प्रयास है। उन्होंने यह भी कहा कि दरगाह में चढ़ाई जाने वाली यह चादर न केवल कांग्रेस पार्टी के सिद्धांतों की प्रतीक है, बल्कि यह पूरे देश में धार्मिक सद्भाव और एकता का संदेश भी देती है।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी नेताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अजमेर शरीफ दरगाह के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए एकजुटता और भाईचारे का संदेश दिया। इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं के उत्साह और श्रद्धा से यह आयोजन एक ऐतिहासिक रूप में सामने आया।
चादर को लेकर यह यात्रा प्रदेश कांग्रेस की तरफ से धार्मिक और सांस्कृतिक समन्वय को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।