दारू नहीं दूध के साथ हो नववर्ष की शुरुआत : दिनेश सुंडा
दारू नहीं दूध के साथ हो नववर्ष की शुरुआत : दिनेश सुंडा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविंद्र पारीक
नवलगढ़ : हर साल नववर्ष के अवसर पर नवलगढ़ क्षेत्र में प्रधान दिनेश सुंडा की अगुवाई में एक विशेष पहल की जाती है, जिसमें नए साल का स्वागत शराब से नहीं, बल्कि दूध से किया जाता है। इस आयोजन को ‘दूध महोत्सव’ के रूप में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य समाज में नशे के प्रति जागरूकता बढ़ाना और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है।
हालांकि, इस बार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण पूरे देश में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है, जिसके चलते दूध महोत्सवों के कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है।
प्रधान दिनेश सुंडा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि दूध महोत्सव का उद्देश्य नशे के खिलाफ एक सशक्त संदेश देना था, लेकिन राष्ट्रीय शोक की वजह से इस साल यह आयोजन स्थगित किया गया है। हालांकि, सुंडा ने इस साल एक और महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है। इस बार नववर्ष के अवसर पर हर गांव और ढाणी में एक विशेष नशा मुक्ति शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
नए साल के अवसर पर, प्रधान दिनेश सुंडा ने यह सुनिश्चित किया है कि हर व्यक्ति, युवा, महिला और बच्चा नशा मुक्ति की शपथ लें। इस शपथ में यह संकल्प लिया जाएगा कि व्यक्ति खुद नशा नहीं करेगा और दूसरों को भी नशा करने से रोकेगा। इस प्रयास के तहत, प्रधान दिनेश सुंडा ने सोमवार को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, बीसीएमओ, सीडीपीओ, बीएसएसओ तथा सहायक निदेशक कृषि को पत्र लिखकर उनके स्तर पर ज्यादा से ज्यादा शपथ कार्यक्रम आयोजित करने के लिए निर्देशित किया है।
इसके अलावा, पंचायत समिति में एक मॉनिटरिंग सैल का गठन किया गया है, जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी शपथ कार्यक्रम सही तरीके से और नियत समय पर आयोजित हों। इस मॉनिटरिंग सैल के माध्यम से कार्यक्रमों की सफलता और सुनिश्चितता की निगरानी की जाएगी।
इस पहल से यह संदेश दिया जाएगा कि नववर्ष का स्वागत केवल खुशी और उल्लास के साथ नहीं, बल्कि एक अच्छे संकल्प के साथ करना चाहिए, जो समाज के लिए उपयोगी हो और स्वस्थ जीवन की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करे। प्रधान दिनेश सुंडा ने कहा कि यह अभियान नशे के खिलाफ एक बड़ी मुहिम है, जो समाज को बेहतर बनाने में मदद करेगा।