सुलताना : सुलताना में ध्वजा बनाने वाले सुरेश किठानिया व सुशीला किठानिया के पुत्र हिमांशु किठानिया ने प्रथम प्रयास में ही सी ए फाइनल को क्लीयर करने में सफलता पाई है। श्याम बाबा व हनुमान जी में अटूट श्रद्धा रखने वाले कुशाग्र बुद्धि हिमांशु को न केवल आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा बल्कि माता को केन्सर जैसा रोग होने की वजह से मानसिक विचलन से भी गुजरना पड़ा। घर की तंगी व मां की बीमारी की वजह से सी ए की तैयारी में जुटा हिमांशु एक बार तो पूर्णतया टूट सा गया था, परन्तु सुलताना के ही सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले प्राध्यापक विनोद शर्मा की प्रेरणा से पुनः अपने लक्ष्य में जुट गया और सफलता का परचम लहराया। मां के ईलाज व अध्ययन में ननिहाल पक्ष से नाना किशन लाल रूंगटा, मामा मुकेश, प्रदीप व पंकज ने पूरा सहयोग कर बच्चे को संकट के भंवर से बचाया। हिमांशु अपनी पूर्व प्रिंसिपल सरोज दाधीच व प्राध्यापक विनोद शर्मा को अपना आदर्श मानता है। छात्र ने अपनी सफलता का श्रेय माता पिता व गुरुजनों को दिया है। हिमांशु की इसी शानदार सफलता पर सुलताना भाजपा मंडल अध्यक्ष बलजीत शर्मा, पूर्व उप सरपंच दीपचंद भार्गव, सुरेश टेलर, सुनिल स्वामी, प्रिंसिपल सरोज दाधीच, विनोद शर्मा, शर्मिला देवी, आलोक सैनी, महेश टेलर आदि के द्वारा पिता सुरेश किठानिया माता सुशीला, चाचा सुरेन्द्र किठानिया, बहन पूनम, मोनिका और अल्का सहित परिवारजनों की उपस्थिति में हिमांशु का सम्मान किया गया।