अजमेर : सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के उर्स का झंडा शनिवार को बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही अनौपचारिक रूप से उर्स की शुरुआत हो जाएगी। झंडा चढ़ाने वाला भीलवाड़ा का गौरी परिवार अजमेर पहुंच गया। अस्त्र की नमाज के बाद गरीब नवाज गेस्ट हाउस से झंडे का जुलूस रवाना होगा। बैंड वादन और सूफियाना कलाम के बीच निकलने वाला यह जुलूस रोशनी के वक्त से पूर्व बुलंद दरवाजे पहुंचेगा। यहां पर झंडा चढ़ाया जाएगा।
इमारतों की पुरानी छतों पर तारबंदी
उर्स के दौरान बड़ी संख्या में जायरीन की भीड़ उमड़ने को ध्यान में रखते हुए दरगाह कमेटी ने सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक कदम उठाए हैं। क्वीन मैरी हौज और आसपास की इमारतों की छतों पर तारबंदी करा दी गई है। कमेटी के मुताबिक झंडे के मौके पर यहां जायरीन को नहीं चढ़ने दिया जाएगा। दरगाह की विभिन्न इमारतों की छतें पुरानी होने से जिला प्रशासन, कमेटी और अंजुमन की ओर सभी निर्देश दिए गए हैं कि जायरीन इन छतों पर नहीं चढ़ें।
पूरी दरगाह में रंग-रोगन होता था, इस बार कई जगह अब तक नहीं
उर्स के मौके पर हर बार पूरी दरगाह में रंग-रोगन होता है। इस बार कमेटी ने बुलंद दरवाजा, आसपास और महफिल खाना में ही रंग रोगन कराया है।
खादिम सैयद सन्नी चिश्ती ने बताया कि दरगाह के निजाम गेट, अकबरी मस्जिद, सबीली गेट, संदल खाना गेट, दरगाह के 2 नंबर, 3 नंबर, चार नंबर और 5 नंबर गेटों के साथ ही 10 नंबर गेट, झालरा, शाहजहानी मस्जिद और अन्य दालान में रंग रोगन अब तक नहीं कराया गया है। उर्स में 1 दिन शेष है।