सुजानगढ़ : पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 122वीं जयंती के उपलक्ष्य में सुजानगढ़ की गोपालपुरा रोड स्थित कृष्णा एकेडमी ग्राउंड पर राष्ट्रीय जाट महासभा अधिवेशन 2024 का आयोजन किया गया। इस अवसर पर धर्मेंद्र कीलका को महासभा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की गई। कार्यक्रम में महासभा की राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह भी हुआ, साथ ही समाज के प्रतिभाशाली व्यक्तियों का सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. लोकपाल सिंह थे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सतीश फौजदार, विधायक मनोज मेघवाल, खंडेला विधायक सुभाष मील, राष्ट्रीय महासचिव आर्यन चौधरी, व्यवसायी शिवकरण जानू, बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम, पूर्व विधायक नोहर सुचित्रा आर्य सहित अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद रहे।
नशे और अपराध से दूर रहने की अपील
कार्यक्रम की शुरुआत संत सुरजनाथ के उद्बोधन से हुई, जिसमें उन्होंने समाज के लोगों से नशे और अपराध से दूर रहने और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम ने कहा कि कई बार जाटों को मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला, लेकिन समाज के वरिष्ठ नेता राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हो गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. लोकपाल सिंह ने सर्व समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने और महासभा के विस्तार की बात कही। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद धर्मेंद्र कीलका ने समाज में व्याप्त नशे को खत्म करने और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के साथ काम करना आवश्यक है, क्योंकि कोई भी समाज बिना दूसरे समाजों के सहयोग के तरक्की नहीं कर सकता।
प्रदेश कार्यकारिणी के 51 पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण हुआ
कार्यक्रम में यूपी, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली से बड़ी संख्या में महासभा के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कलाकारों ने तेजाजी डांस की जोरदार प्रस्तुतियां दीं, जिससे कार्यक्रम में रंगीन समां बंध गया। अधिवेशन में प्रदेश कार्यकारिणी के 51 पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण हुआ और 61 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। इनमें प्रशासनिक सेवाओं में नव चयनित अधिकारी, मेरिटोरियस स्टूडेंट, खेलों में पदक विजेता और समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोग शामिल थे।
कार्यक्रम में सीबीआईओ सुनीता चौधरी, सरोज पूनिया वीर, यशोदानंदन पुजारी, घनश्यामनाथ कच्छावा, नरपत गोदारा, पवन तोदी, महासिंह सिहाग, धर्मवीर जाखड़, राधेश्याम अग्रवाल, विद्याधर बेनीवाल, रामावतार मंगलहारा, गणेश ढाका, केडी चारण सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन हरिराम किंवाड़ा ने किया।