केंद्रीय खान मंत्री के आगमन पर 16 साल से बंद प्लांटों के चलने की हो सकती है संभानाएं, दिसंबर 2008 में शटडाउन के नाम पर किऐ थे स्मैल्टर, रिफाईनरी व एसीड प्लांट बंद
केंद्रीय खान मंत्री के आगमन पर 16 साल से बंद प्लांटों के चलने की हो सकती है संभानाएं, दिसंबर 2008 में शटडाउन के नाम पर किऐ थे स्मैल्टर, रिफाईनरी व एसीड प्लांट बंद

खेतड़ी नगर : केंद्रीय खान मंत्री के केसीसी प्रोजेक्ट आगमन पर एशिया का नंबर वन कहलाने वाला केसीसी प्रोजक्ट के बंद प्लांट 16 साल बाद शुरू होने के स्वप्न साकार होते नजर आ रहे है। गुरूवार को केंद्रीय खान एवं कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी एक दिवसीय दौरे पर केसीसी प्रोजक्ट आ रहे है जिससे क्षेत्रवासियों को केंद्रीय खान मंत्री से केसीसी प्रोजेक्ट के बंद प्लांटों को फिर से नए स्थापित करने की घोषणा करने की संभावनाएं है।
केसीसी प्लांट की स्थापना पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी ने 5 फरवरी 1975 को की थी। यह प्लांट तांबे के औद्योगिक क्षेत्र में अपनी अलग से पहचान बनाए रखे हुए थे लेकिन गलत नीतियों के चलते करोड़ों रूपए की राष्ट्रीय सम्पत्ति व मिनी नवरत्न को 2008 में मरम्मत के नाम पर बंद कर दिया गया था जिसके बाद स्मैल्टर, रिफाईनरी, एसीड़ व भगवती गैस प्लांट भी बंद कर दिए गए। जिसमें से न्यू एसीड प्लांट स्थापना के बाद कार्य में नही लिया गया उसे भी कोडियों के भाव बेच दिया गया। फर्टिलाइजर प्लांट को पहले ही बंद कर दिया गया था। प्लांट बंद होने के कारण डाबला से खेतड़ी आ रही रेलवे लाइन भी बंद हो गई। यदि केंद्रीय खान मंत्री एचसीएल के बंद प्लांटों को फिर से शुरू करवा दे और रेलवे लाइन को पुन: शुरू करवा दिया जाए तो क्षेत्र के लोगों के सामने रोजगार के काफी अवसर पैदा होंगे। साथ ही क्षेत्र का विकास होगा। खेतड़ी में बांसियाल रिजर्व कंजर्वेशन भी स्थापित किया हुआ है, इसमें पर्यटकों की आवाजाही भी होने लगी है।
बंद प्लांटों के चालू होने पर मिलेगा रोजगार
केंद्रीय खान मंत्री जी किशन रेड्डी केसीसी प्रोजेक्ट के बंद पड़े प्लांटों को नई विकसित तकनिक के साथ चालू करने की घोषणा करते है तो क्षेत्रवासियों को रोजगार के अवसर पैदा होगे। नई भर्ती होने पर स्थानिए लोगों को भी रोजगार मिलेगा, साथ ही प्लांट शुरू होने पर देश में तांबे का उत्पादन बढाने में सहयोग मिलेगा।
राज्य सरकार का बढेगा राजस्व
कॉपर प्रोजेक्ट के स्मैल्टर, रिफाईनरी व एसीड प्लांट दिसंबर 2008 से बंद पड़े है। किसी समय में प्रोजेक्ट में करीब 14 हजार कर्मचारी कार्यरत थे लेकिन अब इनकी संख्या घटकर करीब तीन सौ रह गई है। ऐसे में यहां का व्यापारी वर्ग भी काफी प्रभावित हुआ है, अधिकांश व्यापारी यहां से पलायन कर चुके हैं। केंद्रीय खान मंत्री बंद प्लांटों की जगह नए आधुनिकरण की मशीन लगा कर नए प्लांट शुरू कर दे तो क्षेत्र वासियों को रोजगार मिलेगा साथ ही राज्य सरकार को केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाला राजस्व भी बढेगा।
लंबे समय बाद भारत सरकार से केंद्रीय खान मंत्री केसीसी प्रोजक्ट के दौरे पर आ रहे है यह क्षेत्रवासियों व हमारे लिए बड़े ही सोभाग्य की बात है। केंद्रीय खान एवं कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी से मिल कर बंद प्लांटों का जिर्णोद्धार करने की बात रखेगे जिससे संभावनाएं है कि बंद प्लांट चालू करने की घोषणा हो जिससे क्षेत्र का विकास होगा साथ ही रोजगार के अवसर बढेगे। – धर्मपाल गुर्जर, विधायक खेतड़ी