[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

चिड़ावा के बावलिया बाबा की 13 वीं दिव्य संदेश यात्रा का शुभारंभ 18 दिसंबर को धूमधाम से होगा 7 दिवसीय यात्रा का आयोजन


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चिड़ावाझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

चिड़ावा के बावलिया बाबा की 13 वीं दिव्य संदेश यात्रा का शुभारंभ 18 दिसंबर को धूमधाम से होगा 7 दिवसीय यात्रा का आयोजन

चिड़ावा के बावलिया बाबा की 13 वीं दिव्य संदेश यात्रा का शुभारंभ 18 दिसंबर को धूमधाम से होगा 7 दिवसीय यात्रा का आयोजन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा

चिड़ावा : बिड़ला के वरदाता, जन-जन की आस्था के प्रतीक परमहंस पण्डित गणेशनारायणजी बावलिया बाबा के निर्वाणोत्सव पर भगवत जन कल्याण मिशन द्वारा बाबा का यशोगान जन-जन तक पहुंचाने के लिए पिछले 12 वर्षों से आयोजित होने वाली परमहंस दिव्य संदेश यात्रा 18 दिसंबर से प्रारम्भ होगी। यात्रा आयोजन समिति के नगरपालिका उपाध्यक्ष अभयसिंह बडेसरा और मुकेश जलिन्द्रा ने बताया 18 दिसंबर को सुबह सवा दस बजे कॉलेज रोड पर सनातन आश्रम पोद्दार पार्क स्थित परमहंस पीठ से पूजन-आरती के साथ सात दिवसीय यात्रा आयोजन का शुभारंभ होगा। यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर बावलिया बाबा के कृपा शिष्य पं. प्रभुशरण तिवाड़ी के सानिध्य में बाबा के जीवन चरित्र का गुणगान किया जाएगा। लोगों को बाबा के भजनों, जीवन गाथा और संबंधित साहित्य के द्वारा उनके चमत्कारों से अवगत करवाया जाएगा। यात्रा पड़ाव स्थलों पर रथ में विराजमान बाबा के दिव्य स्वरूप की आरती, मंगलपाठ और प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होगा।

बारहवीं दिव्य संदेश यात्रा 18 दिसंबर को सनातन आश्रम परमहंस पीठ से रवाना होकर खेमू की ढाणी, झांझोत, खुडोत, गिड़ानिया पहुंचेंगी रात्रि विश्राम सुलताना में होगा। 19 दिसंबर को यात्रा केहरपुरा, मालुपुरा, चिंचडोली, छोटा भड़ौंदा, बड़ा भड़ौंदा पहुंचेगी रात्रि विश्राम वृंदावन में होगा। 20 दिसंबर को यात्रा महरमपुर, सोलाना, गोवला, चनाना, भाटीवाड़ पहुंचेंगी रात्रि विश्राम केड में होगा। 21 दिसंबर को यात्रा छावसरी, टिटनवाड़, गुढ़ा, भोड़की, जाखल पहुंचेगी रात्रि विश्राम बाबा की जन्म स्थली बुगाला में होगा। 22 दिसंबर को यात्रा मणास, कुमास, डोगरा होते हुए नवलगढ़ पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम होगा। 23 दिसंबर को यात्रा डूंडलोद, मुकुंदगढ़ मंडी, मुकुंदगढ़ शहर होते हुए चूड़ी अजीतगढ़ पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम होगा। 24 दिसंबर को यात्रा नूआ, झुंझुनूं बगड़ होते हुए वापस चिड़ावा पहुंचेगी जहां बाबा की आरती के साथ यात्रा का समापन होगा।

Related Articles