उदयपुर : उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद अब उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक होगा। विश्वराज सिंह मेवाड़ इस गद्दी पर बैठने वाले एकलिंगनाथजी के 77वें दीवान होंगे। चित्तौड़गढ़ दुर्ग पर विश्वराज सिंह के राजतिलक किया जाना है। इसको लेकर चित्तौड़गढ़ वासियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं, जौहर स्मृति संस्थान की ओर से तैयारियां की जा रही है। यहां 10 हजार से भी ज्यादा लोगों की आने की संभावना जताई जा रही हैं। इस समारोह में कई राजघरानाओं के मुखिया भी आएंगे। वहीं, प्रोग्राम्स की शुरुआत हवन, यज्ञ से की जाएगी।
सुबह से शुरू हो जाएंगे प्रोग्राम्स
25 नवंबर को चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित फतेह प्रकाश महल में 493 साल बाद राजतिलक का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन की तैयारियों को लेकर जौहर स्मृति संस्थान के पदाधिकारियों द्वारा मीटिंग्स की जा रही है। महामंत्री तेजपाल सिंह ने बताया कि राजतिलक सोमवार को सुबह करीब 6.30 बजे से हवन, यज्ञ शुरू हो जाएगा। फतह प्रकाश महल का परिसर बड़ा है इसलिए आयोजन भी इसलिए यहां रखा गया है। विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ आएंगें, उसके बाद ही सुबह पहले राजतिलक की रस्म की जाएगी। फिर गद्दी पर बैठकर अपनी बरसों से चली आ रही परंपरा निभाएंगे। इसके बाद वे पगड़ी धारण करेंगे। फिर यहां से रवाना होकर उदयपुर के राजमहल में धूणी के दर्शन करेंगे। इसके बाद मेवाड़ के राजा एकलिंग नाथजी के दर्शन कर उनके निवास स्थान समोर बाग में रंग दस्तूर की परंपरा निभाई जाएगी।
पहले राजटीले पर होता था आयोजन
उन्होंने बताया कि इस दौरान पूरे प्रदेश के राजघरानाओं के मुखिया आएंगे। सांसद, पांचों विधायकों की भी आने की संभावना है। इसके अलावा पगड़ी दस्तूर का सभी को कार्ड गया है। अलग से किसी को निमंत्रण नहीं दिया गया है। चित्तौड़गढ़ में यह बड़ा कार्यक्रम है तो सभी को आना चाहिए। विशेष तो जनता है इसलिए चित्तौड़गढ़ वासी इसमें शामिल हो सकते है। उन्होंने बताया कि अनुमान लगाकर चल रहे हैं कि 10 हजार से ज्यादा लोग इसमें जुड़ सकते है। इसके हिसाब से तैयारियां कर रहे है। जितने भी लोग आए, सभी को भोजन मिले, उसी हिसाब से खाने की व्यवस्था की जाएगी। पुराने समय में राजटीले पर यह आयोजन हुआ करता था। तब जनसंख्या कम थी। अब ज्यादा होने के कारण यह फतह प्रकाश महल में किया जा रहा है।