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नीमकाथाना कलेक्टर ने सफाईकर्मियों से की वार्ता:2 घंटे तक चली चर्चा, कार्मिक बोले-समझौता पत्र दे प्रशासन


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नीमकाथाना कलेक्टर ने सफाईकर्मियों से की वार्ता:2 घंटे तक चली चर्चा, कार्मिक बोले-समझौता पत्र दे प्रशासन

नीमकाथाना कलेक्टर ने सफाईकर्मियों से की वार्ता:2 घंटे तक चली चर्चा, कार्मिक बोले-समझौता पत्र दे प्रशासन

नीमकाथाना : नीमकाथाना में स्थायी और अस्थायी सफाई कर्मचारियों का लगातार धरना जारी है। सोमवार को दिनभर नगर परिषद के बाहर वाल्मीकि समाज के लोगों का धरना जारी रहा वही समझा इसके दौर भी धरने पर चले। शाम 5:30 वाल्मीकि समाज के लोग मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर पहुंच गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

वाल्मीकि समाज के लोगों ने आक्रोश मार्च भी निकाला। वाल्मीकि समाज के लोग मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए। कलेक्टर ने समाज के 5 लोगों का प्रतिनिधि मंडल को अंदर बुलाया।वाल्मीकि समाज के लोगों ने पांच सदस्यों की एक कमेटी बनाकर कलेक्टर शरद मेहरा के पास भेजा कलेक्टर शरद मेहरा ने करीब 2 घंटे तक प्रतिनिधि मंडल के साथ वार्ता की। वार्ता शाम 6 बजे शुरू हुई और 8:30 बजे तक चली।

प्रतिनिधि मंडल कमेटी ने मांगे कलेक्टर के सामने रखी कुछ बातों पर सहमति बनी, उसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने धरना समाप्त करने और सफाई पर लौट का निर्णय लिया, जैसे ही प्रतिनिधि मंडल के सदस्य कलेक्ट्रेट के बाहर पहुंचे तो समाज के अन्य लोगों का विरोध झेलना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन लिखित में समझौता पत्र नहीं देगा, तब तक धरना जारी रहेगा। तहसीलदार अभिषेक सिंह ने कई बार समझाइश का प्रयास किया लेकिन वाल्मीकि समाज के लोग नहीं माने। देर रात तक प्रदर्शन जारी रहा।

वाल्मीकि समाज के लोग नारेबाजी कर प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाता रहे थे, प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी। उसके बाद नगर परिषद के सामने वाल्मीकि समाज के लोगों ने फिर से धरना शुरू कर दिया। वहीं शहर में आज मंगलवार को भी सफाई नहीं हुई।

सरकारी कार्यालय के सामने कचरा डालने की चेतावनी

वाल्मीकि समाज महापंचायत अध्यक्ष का कहना है कि अगर आज मंगलवार शाम तक मांगे नहीं मानी गई, तो जिला मुख्यालय के सरकारी कार्यों के सामने कचरा डाला जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

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