झुंझुनूं : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कैबिनेट मंत्री एवं झुंझुनूं जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत की संवेदनशीलता एक बार फिर सामने आई, जब उन्होंने 27 वर्ष से जंजीरों में कैद 60 वर्षीय सीताराम जांगिड़ को आजाद करवाया और एंबुलेंस के ज़रिए मनोचिकित्सालय जयपुर के लिए भिजवाया।
इतना ही नहीं अब मानसिक रूप से कमजोर सीताराम जांगिड़ का समस्त ईलाज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के खर्चे पर ही करवाया जाएगा।
दरअसल मंत्री अविनाश गहलोत अपने झुंझुनूं दौरे के दौरान केहरपुरा खुर्द पहुंचे थे, जहां उन्हें ग्रामीणों ने मानसिक रूप से कमजोर सीताराम जांगिड़ की हालत के बारे में बताया।
जिस पर मंत्री गहलोत ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत पैदल ही सीताराम जांगिड़ के घर पहुंचे। यहां उन्होंने परिवारजनों से बातचीत की और सीताराम जांगिड़ की हालत देखी तो तुरंत ही विभागीय अधिकारियों को मौके पर ही बुलाकर सीताराम जांगिड़ को नहलाने एवं साफ सफाई करवाने के बाद में विभागीय खर्चे पर एंबुलेंस के जरिए मनोचिकित्सालय जयपुर के लिए रवाना किया।
मंत्री गहलोत ने बताया कि सीताराम का समस्त इलाज सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के खर्चे पर ही करवाया जाएगा। गौरतलब है कि सीताराम जांगिड़ पहले मलेशिया में बतौर कामगार कार्य करते थे, वहां से आने के बाद से ही उनकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। जिसके चलते परिवारजनों ने इनको जंजीरों से बांध दिया था। कुछ समय पहले ही इनके पिता एवं भाई का भी देहांत हो चुका है। जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति भी कमजोर है, जिसके चलते वे इलाज नहीं करवा पा रहे थे।