राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक
झुंझुनूं उपचुनाव को लेकर इस मीठी मीठी सर्दी में चुनावी पारा चढ़ा हुआ है । प्रत्येक राजनीतिक दल के नेता जातिगत समीकरण बैठाकर गोटी फिट करते नजर आ रहे हैं । भाजपा ने पिछली बार के बागी उम्मीदवार राजेंद्र भांभू को टिकट दिया है । आज की इस कड़ी में डबल इंजन सरकार के भावी विधायक को झुंझुनूं के आवाम का खुला पत्र है । जनमानस शेखावाटी हिन्दी समाचार पत्र ने जनहित के मुद्दों को लेकर ही पत्रकारिता की है । क्योंकि हमारा मानना है कि पत्रकारिता आमजन व सरकार के बीच सेतु का काम करती है उन्हीं मूल्यों को जीवंत रखते हुए झुंझुनूं के आवाम की आवाज बनने की कोशिश की है ।
विदित हो राजेंद्र भांभू झुंझुनूं के सामाजिक सरोकार को लेकर एक बहुत बड़ा नाम है । इसका उदाहरण हम इसी लोकसभा क्षेत्र में देख चुके है कि जाने माने उधोगपति के के बिरला को शिवनाथ सिंह गिल के हाथों हार का सामना करना पड़ा था । लेकिन सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र दो अलग अलग दिशाओं वाले क्षेत्र है । सामाजिक सरोकार के पर्याय बनने में उनकी महती भूमिका रही है लेकिन राजनीतिक क्षेत्र में जनता का साथ नहीं मिल पाना कहीं न कहीं उनकी सामाजिक सरोकार की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़े करता है । इन उपचुनावो के मध्य नजर आपको विदित हो कि आपकी सरकार न होने के बावजूद भी सांसद आपकी ही सरकार के थे । क्या झुंझुनूं के विकास की जिम्मेदारी उनकी नहीं थी ? उनकी पांच सालों की उपलब्धि का उदाहरण यही है कि उन्होंने केवल नई रेलगाड़ी को लेकर केवल हरी झंडी दिखाने का ही काम किया । सेना भर्ती कार्यालय व खेल विश्वविद्यालय झुंझुनूं से चले गये आपके सांसद ने उनको लेकर एक बार भी विरोध नहीं किया । झुंझुनूं के फाटक पर ओवरब्रिज का काम रुका पड़ा है । कांग्रेस सरकार का कहना था कि राज्य सरकार का जो बजट देना था वह दे दिया लेकिन अब रेल मंत्रालय को बजट देना है । यदि इस बात में सच्चाई है तो पूर्व सांसद ने इसको लेकर क्या प्रयास किए । सूत्रों की मानें तो अपने अल्प कार्यकाल में ही चूरू सांसद जो कांग्रेस से आते हैं चुरू लोकसभा क्षेत्र के लिए करीब 12 ब्रिज व अंडर बाईपास की स्वीकृति ले ली व जल्द ही काम शुरू हो जाएगा । पीने के पानी को लेकर पिलानी में राजकुमार नायक पार्षद के 130 दिनों तक चले धरने के बारे में सांसद महोदय से समस्या के निदान की बात की तो यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि यह राज्य सरकार का मामला है । झुंझुनूं के हालातों से आप खुद ही परिचित हैं कि गंदे पानी की निकासी न होने से झुंझुनूं के मुख्य मार्ग झीलों का रूप ले लेते हैं । क्या इस समस्या की कोई नैतिक जिम्मेदारी पूर्व सांसद की नहीं थी ।
अब आप डबल इंजन सरकार की दुहाई देकर वोट मांग रहे हैं लेकिन झुंझुनूं के आवाम की ज्वलंत समस्याओं को लेकर आपके पास क्या रोड मैप है इसका खुलासा होना चाहिए । जनता का मौलिक अधिकार है कि अपने होने वाले जन प्रतिनिधि को समस्याओं से अवगत करवाएं और उनके निदान को लेकर क्या प्रयास होंगे उसके बारे में जानें । आप भी अपने भाषणों में वीर प्रसूता भूमि को महिमान्वित करते रहे हैं । यह जिला सैनिकों की खान के नाम से मशहूर है आप सैनिकों के परिवार जन व पूर्व सैनिकों की स्वास्थ्य सेवाओ को लेकर क्या सैनिक अस्पताल के लिए गंभीरता से प्रयास करेंगे ।
एक सबसे बड़ा झुंझुनूं के प्रत्येक नागरिक से जुड़ा है और इस बीमारी की चपेट से शायद ही कोई बच पाया हो । यह देखा गया कि ज्यों ही राजस्थान में आपकी पार्टी की सरकार आई तो जो विभाग जिससे हर आदमी का सीधा काम पड़ता है नगर परिषद में भ्रष्ट अधिकारी को लाने की डिजायर किसने की और क्या आप भी उसी परिपाटी का अनुसरण करेंगे जिसमें झुंझुनूं का आवाम इन भ्रष्ट अधिकारीयों के आगे नत मस्तक होता रहे । यमुना नहर का जो समझौता हरियाणा सरकार के साथ हो चुका है उसको धरातल पर लाने में आपके क्या प्रयास होंगे ।
राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक