फतेहपुर : जयपुर-बीकानेर बाईपास पर स्थित होपवेल हॉस्पिटल में एक महिला की डिलीवरी के बाद तबीयत बिगड़ने और मौत होने के मामले में महिला के परिवार ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। शनिवार शाम को परिजन अस्पताल के बाहर इकट्ठा होने लगे, जिसके बाद कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
दिनभर अस्पताल और मृतक महिला के परिजनों के बीच तीन दौर की वार्ता हुई, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे। इसके बाद, मृतक महिला के परिवार वालों और ग्रामीणों ने अस्पताल के मुख्य गेट के सामने टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया, जो पूरी रात जारी रहा।
आज करेंगे बड़ा आंदोलन
महिला के परिवार वालों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन न तो अपनी गलती मानने को तैयार है और न ही बातचीत के लिए सहमत है। ऐसे में, आज शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों लोग अस्पताल के सामने पहुंचेंगे और बड़ा टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा।
ये है पूरा मामला
परिवार का कहना है कि गरिंडा फतेहपुर निवासी इंदु शर्मा पत्नी विनोद कुमार शर्मा (33) गर्भवती थी। उसे 23 अक्टूबर को रात 8 बजे अस्पताल लाया गया, जहां रात्रि 1 बजे उसकी डिलीवरी हुई। 25 अक्टूबर की रात को इंदु शर्मा की तबीयत अचानक बिगड़ गई, लेकिन बार-बार कहने के बावजूद अस्पताल ने उसे छुट्टी नहीं दी। 26 अक्टूबर को जब उसकी तबीयत बहुत ज्यादा खराब हुई, तो अस्पताल की डॉक्टर ने खुद इंदु शर्मा को सुबह 9 बजे सीकर अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया, जहां 26 अक्टूबर को सुबह 11:15 बजे उसकी मौत हो गई। इसके बाद, मृतक महिला का शव 26 अक्टूबर की शाम को हिंदू बाल व जिला अस्पताल सीकर के मॉर्च्युरी में रखा गया।