सीकर : सीकर पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में ‘पुलिस शहीद दिवस’ मनाया गया। पुलिस ने सुबह 7:45 बजे सीकर रेंज आईजी सत्येंद्र सिंह को परेड की सलामी दी। इसके बाद शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही शहीदों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया।
पुलिस ने मार्च पास्ट किया और आसमान में तीन हवाई फायर कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और नमन किया। गोलियों की आवाज से ग्राउंड गूंज उठा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पुलिस लाइन में पौधारोपण भी किया। कार्यक्रम में सीकर रेंज आईजी सत्येंद्र सिंह, एसपी भुवन भूषण यादव, प्रशिक्षु आईपीएस शाहीन सी, एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह जोधा सहित अनेक पुलिसकर्मी मौजूद थे।
आईजी सत्येंद्र सिंह ने शहीद हुए पुलिसकर्मियों के नाम पढ़कर सुनाएं और शहीदों की गाथा पेश की। आईजी ने कहा- पुलिस के शहीदों का जीवन प्रेरणादाई है और उन्हें याद करते रहना चाहिए। पुलिस का काम सिर्फ आंतरिक सुरक्षा करना नहीं है। जरूरत पड़ने पर पुलिसकर्मी देश के लिए कुर्बान होने को तैयार रहता है। कार्यक्रम में सीकर के रिटायर्ड पुलिसककर्मी भी पहुंचे।
पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने कहा- जब जरूरत पड़ती है तो पुलिस के जवान बॉर्डर पर जाकर भी देश की रक्षा करते हैं। ऐसा ही हुआ सन 1959 में जब पुलिस के जवानों और अधिकारियों ने चीन से देश की रक्षा करने के लिए बॉर्डर पर मोर्चा संभाला था। इस दौरान देश की रक्षा करते हुए कई पुलिस कार्मिक शहीद हुए थे। जिनकी याद में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस शहादत दिवस मनाया जाता है।
इसलिए मनाते हैं शहीद दिवस
आज से 62 साल पहले अक्टूबर, 1959 में लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस की एक छोटी टुकड़ी के जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। 21 अक्टूबर, 1959 में हॉट स्प्रिंग्स, लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में भारतीय पुलिस के जवानों की एक टुकड़ी के जवान शहीद हो गए थे। इन वीरों के बलिदान को याद करने और उनसे प्रेरणा लेने के उद्देश्य से प्रति वर्ष 21 अक्टूबर को देश में दिवंगत शूरवीरों की स्मृति में पुलिस शहीद दिवस पर परेड और श्रद्धांजलि का आयोजन किया जाता है।