जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : शिमला गांव में शनिवार सुबह करंट लगने से महिला की मौत के मामले में देर रात करीब बारह घंटे पश्चात एसडीएम के आश्वासन के बाद ग्रामीणों के बीच सहमति बन पाई। इसके बाद शव को खेतड़ी के उप जिला अस्पताल में रखवाया गया, जहां रविवार को मेडिकल बोर्ड से महिला का पोस्टमार्टम करवाया गया। प्रशासन व ग्रामीणों के बीच मृतका के परिजनों को नियमानुसा आर्थिक सहायता व एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने पर सहमति बन पाई। ग्रामीण मंजीत लाठर ने बताया कि शिमला निवासी शर्मिला (40) पत्नी सतीश कुमार शनिवार सुबह अपने खेत में गई थी। खेत से पशुओं के लिए घास लेकर वापस आ रही थी तो रास्ते में लटक रहा बिजली की लाइन के तार से छू जाने से उसकी करंट लग जाने से मौके पर ही मौत हो गई थी।
घटना की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हो गए तथा महिला के शव को बिजली विभाग के पावर हाउस के सामने ले जाकर बिजली विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पावर हाउस पर तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, आक्रोशित ग्रामीण दोपहर करीब दो बजे शिमला-खेतड़ी नगर-मेहाड़ा मार्ग पर जाम लगा दिया। घटना की सूचना पर देर शाम को एसडीएम बंशीधर योगी, डीएसपी जुल्फीकार अली व एईएन सुरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों के साथ वार्ता शुरू की गई। पहले तो परिजन एक करोड़ रुपए व एक नौकरी देने की मांग पर अड़े रहे, लेकिन रात करीब साढ़े नौ बजे एसडीएम बंशीधर योगी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया की बिजली विभाग, मुख्यमंत्री सहायता कोष से नियमानुसार लाभ दिलवाया जाएंगा साथ ही परिवार के सदस्य को संविदा पर नौकरी दिलवाने का आश्वान दिया। एईएन सुरेंद्र सिंह न ग्रामीणों को आश्वासन दिया की बिजली विभाग द्वारा मृतका के परिजनों को पांच लाख रूपए एवं चिरंजीव योजना के तहत नियमानुसार मिलने वाला लाभ दिया जाएंगा।
एसडीएम व बिजली विभाग के एईएन सुरेंद्र सिंह के आश्वासन के बाद ग्रामीण करीब बारह घंटे बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त कर शव को खेतड़ी उपजिला अजीत अस्पताल की मोर्चरी में शव को रखवाया। ग्रामीणों ने क्षेत्र में बिजली के लटकते हुए तारों को जल्द ठीक करवाने की मांग भी की। जिस विभाग के अधिकारियों ने जल्द ठीक करवाने का आश्वासन दिया। मेहाड़ा थानाधिकारी सरदार मल ने बताया कि शिमला निवासी मृतका शर्मिला (40) के पति सतीश कुमार ने थाने में रिपोर्ट दी है कि उसकी पत्नी की करंट लगने से मौत हो गई। रिपोर्ट दर्ज कर शव का रविवार सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
दाह संस्कार में शामिल हुए भारी संख्या में ग्रामीण
जिसका ग्राम शिमला स्थित शमशान भूमि में दोपहर 2 बजे दाह संस्कार किया गया। बेटे अनिल यादव ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर ग्राम के सैकड़ो लोगों ने दाह संस्कार में भाग लिया तथा परिजनों को ढ़ाढस बंधाया। शर्मिला के शव को देखकर उनकी पुत्री का व बेटे अनिल का रो रो कर बुरा हाल था। तथा बेटी तो अनेक बार बेहोश हो गई थी। जिसको डॉक्टर ने संभाला। मृतका के घर सांत्वना देने के लिए ग्राम व आसपास के लोगों का ताता लगा रहा। पूरे गांव में ही आज गमगीन माहौल रहा।
ये रहे मौजूद
दाह संस्कार में सरपंच प्रतिनिधि शीशराम निनानिया, पूर्व सरपंच धर्मेंद्र यादव, शीशराम पंच, उप सरपंच कृष्ण कुमार फौजी, मनजीत लाठर, कुलदीप कॉलेज के डायरेक्टर विपिन यादव, पूर्व सरपंच भूपसिंह यादव, सुरेश यादव, दिनेश कुमार, इंद्र सिंह, लालाराम, हनुमान यादव, कृष्ण कुमार, पप्पू पंच, धर्मेन्द्र प्रजापत, इंद्र सिंह यादव, ताराचंद यादव, दिनेश कुमार, अशोक कुमार, बाबूलाल यादव, महिपाल, लालचंद, लछमन, जयपाल, अनिल कुमार, अनूप शर्मा, हेमन्त कुमार, संदीप कुमार, कृष्ण कुमार, कुलदीप, हिम्मत, पंकज, हजारीलाल, दीपक कुमार, रफीक खान, अजीत सिंह, आनन्द, पिंटू, कृष्ण यादव, लीलाराम, जलेसिंह, सुभाष, बिल्लू, लालाराम, रसीद खान, सत्यपाल, अनिल कुमार, सुदेश यादव, अशोक कुमार, रवि कुमार, महेन्द्र सिंह, सतीश कुमार यादव, संजय निर्माण, सुभाष प्रजापत, रामभरोश यादव सहित सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।