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देह व्यापार के दलदल से निकलना चाहा तो दलाल ने एक युवती के साथ मिलकर की हत्या, गिरफ्तार


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देह व्यापार के दलदल से निकलना चाहा तो दलाल ने एक युवती के साथ मिलकर की हत्या, गिरफ्तार

खाने में नींद की गोली दे बेहोश किया फिर किए से मुंह दबाया

जयपुर : चौमूं इलाके में चार दिन पहले सड़क किनारे पर मिली युवती की लाश के मामले में पुलिस ने मृतका की पहचान करके हत्या करने वाले दलाल व सहयोगी युवती को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी जयवीर सिंह उर्फ जगपाल सिंह हरियाणा के करनाल व सहयोगी प्रियंका उर्फ कंचन एमपी के बेतुल की रहने वाली है। वहीं, मृतका करनाल की रहने वाली थी।

प्राथमिक जांच में सामने आया कि पकड़ा गया आरोपी कुछ साल पहले बच्ची के अपहरण के मामले में जेल गया था। जहां से जमानत मिलने के बाद देह व्यापार का काम करने लगा। इसके लिए आरोपी मृतक युवती और एमपी की युवती से देह व्यापार करवा रहा था। अब मृतका ने देह व्यापार से दूर होने की बात कही तो दलाल ने उसे कई मना किया। उसके बाद उसे लगा कि ये हटेगी और किसी का बता देगी तो बदनामी होगी। इसलिए उसे मारने की साजिश रची।

आरोपी ने करीब 20 दिन पहले ही हत्या की साजिश शुरू कर दी थी। 11 अक्टूबर को तीनों कार से खाटूश्याम जी पहुंचे। यहां आने के बाद मंदिर में दर्शन करवाए और अंधेरा होने तक आस-पास घूमते रहे। उसके बाद एक होटल पर खाना खाया। जहां पर आरोपी ने मृतका के खाने में नींद की गोली मिला दी। कार में बैठने के कुछ देर बाद ही युवती को नींद आने लगी तो उसने कार रोकी और तकिए से मुंह दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद सुनसान जगह शव को फेंका और भाग गए।

इधर, शव मिलने के बाद डीसीपी ने एसीपी अशोक चौहान, एसएचओ प्रदीप शर्मा व डीएसटी प्रभारी गणेश सैनी के नेतृत्व में टीमों को गठन कर हत्या का खुलासा किया। आरोपी जयवीर को अपहरण के मामले में जमानत मिलने के बाद वह फरार हो गया। इसलिए चंड़ीगढ़ पुलिस ने भगोड़ा घोषित कर रखा है। आरापियों के पास मिले पहचान पत्र भी फर्जी पाए गए हैं। जिनकी जांच कर अलग से मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि 12 अक्टूबर को चौमूं में सड़क किनारे युवती का शव मिला था। हत्या की आशंका लगी। ऐसे में शव की शिनाख्त का प्रयास किया गया। मृतक युवती के माथे पर राधे-राधे लिखा था और गले में खाटू श्याम जी लॉकेट पहना हुआ था।

ऐसे में दो टीमों को तुरंत खाटूश्याम जी भेजा गया और बाकी टीमों को आस-पास के उन मंदिरों में भेजा गया, जहां पर राधे-राधे लिखा जाता है। इस दौरान खाटूश्याम जी में एक जगह पर युवती का फुटेज मिल गया। उसके बाद आरोपियों की पहचान करते हुए करनाल तक पहुंचे। जहां पर आरोपियों को पकड़ा और मृतका की पहचान की।

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