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रतन टाटा ने अमिताभ की फिल्म पर लगाए थे पैसे:फ्लॉप हुई थी 2004 में रिलीज हुई ‘ऐतबार’, टाटा को हुआ था करोड़ों का नुकसान


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रतन टाटा ने अमिताभ की फिल्म पर लगाए थे पैसे:फ्लॉप हुई थी 2004 में रिलीज हुई ‘ऐतबार’, टाटा को हुआ था करोड़ों का नुकसान

रतन टाटा ने अमिताभ की फिल्म पर लगाए थे पैसे:फ्लॉप हुई थी 2004 में रिलीज हुई ‘ऐतबार’, टाटा को हुआ था करोड़ों का नुकसान

इंडस्ट्रियलिस्ट रतन टाटा के निधन से पूरा देश शोक में है। रतन कमाल के बिजनेसमैन होने के साथ-साथ फिल्मों में भी दिलचस्पी रखते थे। हालांकि, उन्होंने अपनी पूरी लाइफ में बॉलीवुड की सिर्फ एक ही फिल्म में पैसा लगाया। यह फिल्म थी अमिताभ बच्चन की ‘ऐतबार’।रतन टाटा ने इस फिल्म को जतिन कुमार और मंदीप सिंह के साथ मिलकर टाटा बीएसएस के बैनर तले को-प्रोड्यूस किया था।

फिल्म 'ऐतबार' में अमिताभ बच्चन, बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम ने साथ काम किया था।
फिल्म ‘ऐतबार’ में अमिताभ बच्चन, बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम ने साथ काम किया था।

9.50 करोड़ में बनी 7.96 करोड़ कमाए

2004 में रिलीज हुई यह फिल्म बॉक्स ऑफिस परफ्लॉप रही थी। 9 करोड़ 50 लाख में बनी इस फिल्म में 7 करोड़ 96 लाख रुपए कमाए थे। फिल्म का ऐसा हश्र देखकर रतन टाटा ने फिर कभी कोई दूसरी फिल्म प्रोड्यूस नहीं की।

हॉलीवुड फिल्म ‘फियर’ से प्रेरित थी ‘ऐतबार’

‘ऐतबार’ एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर थी, जो साल 2004 में रिलीज हुई थी। इसमें अमिताभ के अलावा बिपाशा बसु और जॉन अब्राहम थे। विक्रम भट्ट के निर्देशन में बनी यह फिल्म साल 1996 में आई हॉलीवुड फिल्म ‘फियर’ से प्रेरित थी। फिल्म में अमिताभ ने एक ऐसे प्रोटेक्टिव पिता का रोल प्ले किया था, जो अपनी बेटी को उसके सनकी और खतरनाक बॉयफ्रेंड से बचाने के लिए किसी भी हद तक चला जाता है।

रतन टाटा के निधन के बाद अमिताभ ने उनके साथ यह फोटो शेयर करते हुए लिखा- आज एक युग का अंत हो गया।
रतन टाटा के निधन के बाद अमिताभ ने उनके साथ यह फोटो शेयर करते हुए लिखा- आज एक युग का अंत हो गया।

‘जितना केचप मुंबई के रेस्टोरेंट्स में नहीं, उतना फिल्मों में हैं’

इसके अलावा टाटा ने एक बार एक्शन फिल्म्स का मजाक भी उड़ाया था। सिमी गरेवाल के शो में रतन ने कहा था, ‘आप आज उन्हें टेलीविजन पर देखने से बच नहीं सकते। इन फिल्मों को देखने के कारण मेरी हिंदी में सुधार हुआ है। लेकिन कई फिल्मों में होने वाली जरूरत से ज्यादा हिंसा देखकर लगता है कि मुंबई के रेस्टोरेंट्स में इतना केचप नहीं बिखरा है, जितना फिल्मों में मिलता है।’

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