सिंघाना : एक युवक की सजगता से पुलिस ने एटीएम बदलकर रुपए निकालने वाली हरियाणा की अंतर राज्यीय गैंग के एक सदस्य को पकड़ा है। दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया। आरोपी युवक के पास 27 एटीएम मिले हैं। उसने पिछले एक साल में एटीएम बदलकर 25 लाख रुपए से अधिक की रकम निकालने की 300 से ज्यादा वारदातें कबूली है। वह एटीएम बदलकर रुपए निकालने का काम पिछले एक साल से कर रहा है। थानाधिकारी कैलाश यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी उजाला नगर महम (हरियाणा) निवासी अमित (26) पुत्र कृष्ण कुमार है। टीकूपुरा निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि गुरुवार को वह बाइपास सर्किल पर एसबीआई बैंक के एटीएम में गया था। वहां वह अपना एटीएम पिन जनरेट कर अपना बैलेंस देख कर वापस निकल रहा था। उसी दौरान वहां पर मौजूद एक युवक ने उसको वापस मशीन में एटीएम लगाने की बात कही तो उसको उस युवक पर शक हुआ और उसे पकड़ लिया।
मुकेश कुमार ने एटीएम के गार्ड को बुलाया और बाहर घूम रहे यातायात पुलिस के सिपाही नरेश निर्वाण के हवाले कर दिया। युवक को पुलिस थाने में ले जाकर उसकी तलाशी ली तो उसके पास अलग अलग बैंकों के 27 एटीएम कार्ड मिले। पुलिस ने युवक से पूछताछ की तो उसने एटीएम बदलकर करीब 25 लाख रुपए निकालने की बात कबूल की। एटीएम मशीन के पास मौजूद व्यक्तियों ने बताया कि उसके साथ एक और व्यक्ति था जो बाहर खड़ा हुआ था, पुलिस को आता देख वह वहां से फरार हो गया।
शेखावाटी के सीकर, नीमकाथाना व झुंझुनूं जिले थे टारगेट
एटीएम बदलकर रुपए निकालने की वारदात करने वाली गैंग ने शेखावाटी के नीमकाथाना, सीकर व झुंझुनूं जिले को टारगेट कर रखा था। गिरफ्तार आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह एटीएम बदलकर रुपए निकालने का काम पिछले एक साल से कर रहा है। एटीएम बदलकर उसने अब तक लोगों के 25 लाख रुपए निकाले हैं। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ तोशाम व महम में दो प्रकरण दर्ज हैं। उसे राजस्थान व हरियाणा की अन्य वारदात खुलने की संभावना है। पुलिस उससे उसके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
खाटूश्याम रुकते, वारदात के बाद हरियाणा चले जाते इस गिरोह के बदमाश पिलानी से चिड़ावा, सिंघाना, खेतड़ीनगर, खेतड़ी, नीमकाथाना, चला, खंडेला, श्रीमाधोपुर, रींगस होते हुए खाटूश्यामजी जाते। खाटूश्यामजी में एक रात रुकने के बाद वहां से सीकर, झुंझुनूं, चिड़ावा होते हुए वारदात को अंजाम देकर अपने घर चले जाते। यह पूरी ट्रिप महज दो दिन की होती। इसके 10 दिन बाद फिर से आते और वारदात कर वापस चले जाते। यानी महीने में तीन से चार बार शेखावाटी का दौरा कर लोगों के रुपए निकालते।
ग्रामीणों ओर बुजुगों को ही बनाते थे शिकार
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वे छोटे कस्बों के लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। वे कस्बों के एटीएम के आसपास रहते। यहां पर रुपए निकलवाने के लिए जब भी कोई ग्रामीण या बुजुर्ग आता वे उसके पीछे एटीएम में घुस जाते और मदद के बहाने पिन नंबर व बैलेंस देख लेते। जिनके खाते में ज्यादा रुपए होते उसका एटीएम बदल लेते और वहां से निकल जाते। थोड़ी दूर जाकर दूसरे एटीएम से रुपए निकाल लेते।